भारतीय समाज में रिश्तों का सबसे अधिक महत्व होता है। हर रिश्ता अपने आप में खुद की एक पहचान लिए होता है। लेकिन ज्योतिष विद्या की दृष्टि से देखा जाए तो कुंडली में बिगड़े हुए ग्रहों को ठीक करने के लिए भी परिवार के रिश्ते ही काम आते हैं। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि यदि आपकी कुंडली में बुध ग्रह की चाल बिल्कुल भी ठीक नहीं है तो आपके पिता की बहन यानि बुआ बुध को मजबूत करने में आपकी मदद कर सकती हैं। पिता की बहन बुध ग्रह के तीसरे और छठे भाव का प्रतिनिधित्व करती हैं। ज्योतिष विद्या में माना जाता है कि यदि बुआ के साथ संबंध अच्छे नहीं है तो इसका प्रभाव हमारे करियर पर भी प्रभाव पड़ता है। बुआ आपके जीवन में मधुरता लेकर तभी आती हैं जब वो जीवित होती हैं। बुध को उसके रास्ते पर लाने के लिए बुआ से अपने संबंध अच्छा करना सबसे सरल उपाय माना जाता है।

बुध के खराब होने पर यदि बुआ से संबंध अच्छे नहीं है तो किसी भी विशेष योग्यता पाने में 32 साल का समय लग सकता है। लेकिन पिता की बहन के साथ संबंध अच्छे होने पर बुध आपके लिए हर क्षेत्र के रास्ते खोलता ही चला जाएगा। बुध के अच्छे होने पर दिमाग तेज होता है और बुद्धि विपरीत परिस्थितियों में भी आपका साथ देती है। बुध ग्रह को बुद्धि का स्वामी माना जाता है। बुध के सही होने पर विवेक और वाणी में मधुरता आती है। बिना समझदारी दिखाए बात करने से बचाता है। सांसारिक जीवन में हर फैसले सही और सोच-समझ कर करने का विवेक आता है। अच्छे बुध वाले लोग बहुत ही चतुर और तपल होता है। बुध के तेज होने पर दिमाग हर चीज मे सफल होता है।

कुंडली मे यदि बुध कमजोर होता है संतान उत्पत्ति में समस्या आती है, यदि संतान उत्पत्ति हो जाती है तो उसका मानसिक और शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। पति-पत्नी की सेक्स लाइफ भी होने लगती है कमजोर। कई बार ये शारीरिक समस्याएं सेक्शूयल डिफेक्ट भी शरीर में उत्पन्न कर देती हैं। बुध के कमजोर होने के कारण निर्णय लेने की क्षमता बिल्कुल नष्ट हो जाती है। वाणी के कारण काम भी नष्ट हो जाते हैं। बुध के खराब होने के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं आने लगती हैं। बुध को मजबूत करने के लिए बुआ को सम्मान देना शुरु करें और उनके चरण वंदना करें। बुआ को लाल, पिंक, हरा वस्त्र जरुर गिफ्ट करें। बुआ को खट्टी-मीठी चीजें खिलानी शुरु करें। इसके साथ बुआ के पति को भी सम्मान दें और उनसे भी रिश्ते मधुर रखें और उन्हें बेसन के लड्डू खिलाना भी शुभ होता है। हरे रंग से बनी कोई वस्तु उन्हें तोफहे में दें। यदि कोई बुआ नहीं है तो किसी किन्नर की शरण में जाकर उनकी सेवा करें और उन्हें तोहफे दें।