Astro Tips For Panic Attack: आजकल की भागदौड़ भरी लाइफ और खराब लाइफस्टाइल के कारण व्यक्ति को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इनमें से दिल संबंधी बीमारियां से लेकर पैनिक अटैक आने का खतरा काफी तेजी से बढ़ रहा है। कई बार अच्छी जीवनशैली होने के बाद भी कई लोगों की मौत हो रही है। पैनिक अटैक एक ऐसा खौफ है कि व्यक्ति के अंदर इतना ज्यादा भर जाता है कि इसे दिल का दौरा तक पड़ जाता है। पैनिक अटैक कई कारणों से हो सकता है। लेकिन ज्योतिष की बात करें, तो यह अवस्था ग्रहों की स्थिति के कारण बनती हैं। प्रसिद्ध पंडित जगन्नाथ गुरुजी से जानिए आखिर किन कारणों से व्यक्ति को पैनिक अटैक आता है।
पैनिक अटैक आने के लिए ये 4 ग्रह है जिम्मेदार
बुध ग्रह
पैनिक अटैक आने का सबसे पहला कारण बुध ग्रह है। बुध ग्रह हमारी नर्वस सिस्टम, मस्तिष्क के साथ लॉजिकल और हमारी सोच को कंट्रोल करता है। ऐसे में अगर आपकी कुंडली में बुध की स्थिति कमजोर है, तो आप एंजाइटी संबंधी समस्याओं का सामना कर सकते हैं।
शनि ग्रह
बुध के अलावा पैनिक अटैक होने का कारण शनि ग्रह भी हो सकता है। ऐसे में आपकी जन्म कुंडली में उन चीजों का प्रतिनिधित्व होता है जिनसे आपको डर लगता है। इसलिए आठवें घर का शनि आपके पैनिक अटैक को निर्धारित करता है। मिथुन, तुला और कुंभ राशि के जातक सबसे अधिक एंजाइटी की समस्या से परेशान रहते हैं। कुंभ राशि में सबसे ज्यादा प्रभाव होता है, क्योंकि इसमें शनि और राहु ग्रह शासन करते हैं।
राहु
राहु के कारण भी पैनिक अटैक आने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। ज्योतिष शास्त्र में राहु को पापी ग्रह माना जाता है। ऐसे में राहु की स्थिति खराब होने से अचानक घटनाएं, दुर्घटनाएं या फिर बीमारियां बनी रहती है। इसी प्रकार व्यक्ति को पैनिक अटैक भी आ जाते हैं।
चंद्रमा
पंडित जगन्नाथ गुरुजी के अनुसार, चंद्रमा मन और मस्तिष्क का कारक होता है। ऐसे में जब व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति खराब होती है, तो पैनिक अटैक, हद्य रोग का कारण माना जाता है।
पैनिक अटैक से बचने के ज्योतिषीय उपाय
- अगर आपको पैनिक अटैक की समस्या लग रही है, तो सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें। इसके बाद ही ज्योतिषीय उपायों की ओर ध्यान दें।
- कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति को मजबूत करें। इसके लिए बुधवार के दिन हरी वस्तुओं का दान करें। इसके अलावा रोजाना ‘ॐ बुं बुधाय नमः’ मंत्र का जाप करें।
- कुंडली में राहु की स्थिति को सही करने के लिए नियमित रूप से 108 बार ‘ ॐ रां राहवे नमः’ मंत्र का जाप करें।
- चंद्रमा की स्थिति को कुंडली में सही करने के लिए मोती रत्न धारण करें। इसके अलावा पूर्णिमा के दिन चंद्रदेव की विधिवत पूजा करें।
- कुंडली में शनि की स्थिति को सही करने से लिए शनिदेव की विधिवत पूजा करें। इसके साथ ही हर शनिवार के शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।