योगी सरकार अब यूपी में यमुना एक्सप्रेस-वे का नाम बदलने की तैयारी कर रही है। राज्य सरकार इस एक्सप्रेस-वे में अब पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का नाम जोड़ने जा रही है।
उत्तर प्रदेश में यमुना एक्सप्रेस-वे का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने की संभावना है। इंडिया टुडे के अनुसार 25 नवंबर को जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के शिलांन्यास समारोह के दौरान नाम बदलने की घोषणा की जा सकती है। इस शिलांन्यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। जानकारी के अनुसार यहीं से एक्सप्रेस-वे का नाम बदलने की औपचारिक घोषणा की जा सकती है।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि इस एक्सप्रेस-वे का नाम बदलने का फैसला भारत के सबसे पसंदीदा राजनेता को सम्मान देने के लिए लिया गया है। अटल बिहारी वाजपेयी का सभी पार्टियां सम्मान करती है, और एक्सप्रेस-वे का नाम बदलना आने वाली पीढ़ियों को उनकी महानता की याद दिलाएगी।
नाम बदलने पर फिर एक बार विपक्ष और भाजपा आमने सामने आ सकते हैं। कुछ ऐसा ही विवाद हाल ही में शुरू किए गए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को लेकर हुआ था। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का श्रेय लेने के लिए समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच जमकर हंगामा हुआ था। सपा सरकार में इसे समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे कहा गया था जो बाद में सिर्फ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे हो गया। इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन हाल ही में पीएम मोदी ने किया था।
दरअसल यमुना एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ही किया था। नोएडा से आगरा को जोड़ने वाला ये एक्सप्रेस-वे 165 किलो मीटर लंबा है। वहीं भाजपा का नाम बदलने का कदम यूपी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेस-वे का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखकर बीजेपी उस ब्राह्मण वर्ग को साधने की कोशिश में है, जो उससे नाराज बताया जा रहा है।
ऐसा पहली बार नहीं है जब यूपी में योगी सरकार किसी का नाम बदलने जा रही है। इससे पहले भी राज्य सरकार ने कई शहरों के नाम बदल दिए हैं। इससे पहले फैजाबाद, इलाहाबाद, मुगलसराय जंक्शन के नामों को सरकार बदल चुकी है।