समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक आजम खान बीते सितंबर में 23 महीने बाद जेल से रिहा हुए। पिछले काफी समय से आजम खान चर्चा में हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने उनकी वाई श्रेणी की सुरक्षा बहाल कर दी है। शनिवार यानी 11 अक्टूबर से ही आजम खान की सुरक्षा में गार्ड और गनर तैनात कर दिए गए।
आजम को मिली वाई श्रेणी की सुरक्षा
बता दें कि पहले उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी और सरकार ने कहा था कि उन्हें इसकी जरूरत नहीं है। वाई श्रेणी की सुरक्षा के तहत आजम खान को तीन गनर और अन्य सुरक्षाकर्मी मिलेंगे, जो उनके आवास पर 24 घंटे तैनात रहेंगे।
आजम खान उत्तर प्रदेश के चर्चित नेताओं में से हैं और कभी वह उत्तर प्रदेश के सबसे ताकतवर मंत्री हुआ करते थे। आजम खान रामपुर विधानसभा सीट से 10 बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। वह एक बार लोकसभा के सांसद भी रह चुके हैं। 2022 में विधायक बनने के बाद आजम खान ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि उसके बाद उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई थी।
आजम खान से मिले स्वामी प्रसाद मौर्य, दोनों नेताओं के बीच क्या हुई बात?
क्यों दी गई सुरक्षा?
आजम खान की सुरक्षा उनकी राजनीतिक गतिविधियों को देखते हुए बढ़ाई गई है। लगातार उनसे मिलने अलग-अलग राजनीतिक दलों के लोग आ रहे हैं। ऐसे में आजम खान को सुरक्षा की जरूरत है। बताया जाता है कि जब सितंबर में जेल से आजम खान बाहर आए थे, उसके तुरंत बाद ही उन्हें सुरक्षा दे दी गई थी, लेकिन उन्होंने सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया था। हालांकि अब इंटेलिजेंस के इनपुट पर उन्हें फिर से सुरक्षा दी गई है।
शनिवार को आजम खान से मिलने उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पहुंचे थे। इस दौरान स्वामी मौर्य ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि आजम खान से उनकी मुलाकात राजनीतिक उद्देश्य के लिए नहीं बल्कि औपचारिक और आदरभाव से हुई है। आजम खान और स्वामी प्रसाद मौर्य के बीच करीब 2 घंटे तक मुलाकात चली थी। मुलाकात के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार ने आजम खान पर जुल्म किए हैं।