उत्तरप्रदेश के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी योगी सरकार के निशाने पर हैं। गुरुवार को उनका लखनऊ स्थित मकान जिला प्रशासन ने अवैध बताकर ढहा दिया था। शुक्रवार को अंसारी व उनके दो बेटों पर FIR दर्ज की गई है। अहम बात ये है कि सरकार ने मकान गिराने में हुए खर्च की भरपाई भी आरोपियों से वसूलने का फैसला किया है।

करीबी सहयोगी पर भी कार्रवाई: मुख्तार अंसारी के करीबी रईस कुरैशी के अवैध बूचड़खाने को भी शुक्रवार को जिला प्रशासन ने गिरा दिया। जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि जिले में मुख्तार अंसारी गिरोह से संबंधित ग्रीन लैंड में बना उनके सहयोगी का अवैध बूचड़खाना आज गिरा दिया गया।उन्होंने कहा कि उस जगह पर बने बाकी अवैध निर्माण भी गिराया जाएगा। यह अवैध बूचड़खाना दशकों पहले मुख्तार अंसारी गिरोह के करीबी रईस कुरैशी ने बनवाया था, जिसकी कीमत करीब 40 लाख रुपये बतायी जाती है। शुक्रवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी नरेश कुमार और सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में भारी पुलिस बल के साथ इसे ध्वस्त कर दिया गया।

अवैध संपति का है मामला: निषक्रांत जमीन के असली कागजात गायब कर, उसपर अंसारी और उनके बेटे द्वारा कब्जा करने के आरोप पर FIR हुई है । एफआईआर (FIR) लेखपाल जियामऊ सुरजन लाल ने दर्ज करवाई है। अवैध निर्माण को ढाहने के लिए बीस से ज्यादा जेसीबी (JCB) और डैम्पर की मदद ली गयी थी।कार्रवाई को अंजाम देने के लिए 250 से अधिक पुलिसकर्मी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि यूपी सरकार उन अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई करेगी जिनकी मदद से ये निर्माण संभव हुए थे।