उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि मानवाधिकार आम इंसानों के होते हैं, अपराधियों और आतंकियों के नहीं। पुलिस वीक के 5वें दिन इंडियन पुलिस सर्विस (आईपीएस) अधिकारियों के एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये बातें कहीं। सीएम ने कहा कि कुछ लोग मानवाधिकार उल्लंघन के नाम पर गलत लोगों को संरक्षण दे रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए सीएम ने अपराध के प्रति जीरो टोलरेंस की अपनी नीति को दोहराया और कहा कि जो लोग खुद मानवाधिकारों का उल्लंघन करते हैं, वो मानवाधिकारों की बात कर रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल के दिनों में राज्य में हुए विभिन्न एनकाउंटर्स का जिक्र किए बिना कहा कि बहुत से लोग और विभिन्न संगठन राज्य पुलिस और सरकार की मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए आलोचना कर रहे हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार, अन्य राज्यों में और कई देशों जैसे नेपाल, म्यांमार, सिंगापुर और मॉरिशस में पुलिस के कामकाज की तारीफ हुई है। सीएम ने कहा कि आम जनता भी पुलिस के कामकाज की तारीफ कर रही है। खबर के अनुसार, उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के कार्यकाल में मार्च, 2017 तक करीब 1500 एनकाउंटर्स में 69 अपराधियों को मार गिराया गया है। इस दौरान 450 लोग घायल भी हुए हैं।
सीएम ने ये भी जोड़ा कि पुलिस अधिकारियों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई गाइडलाइंस का भी ध्यान रखना चाहिए। योगी जी ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को जनता के सामने अपना इंसानी चेहरा सामने रखना चाहिए और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। सीएम ने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा कि राज्य में कानून के डर से 1200 से ज्यादा अपराधियों ने अपनी जमानत रद्द कर दी है। वहीं कई अपराधियों ने अपराध ना करने की कसम खा ली है। अपराधी और असामाजिक तत्वों की संख्या नहीं बढ़नी चाहिए। बता दें कि योगी सरकार को विभिन्न एनकाउंटर्स के चलते आलोचना भी झेलनी पड़ी है।