उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं को दी जा रही स्टांप शुल्क में छूट को पूर्व सैनिकों और दिव्यांगजनों को भी देने का फैसला लिया है। बृहस्पतिवार को स्टाम्प एवं पंजीकरण विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने विभाग को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
योगी ने कहा कि पांच जनपदों में पायलट परियोजना के तहत प्राप्त सकारात्मक अनुभवों के आधार पर अब सभी जनपदों में 20 हजार रुपये से अधिक के निबंधन शुल्क के लिए ई-भुगतान अनिवार्य किया जाए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने के लिए आधार प्रमाणीकरण की सुविधा लागू की जानी चाहिए। इसी प्रकार, प्राधिकरणों के आवंटियों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाते हुए सिंगल विंडो प्रणाली के माध्यम से ई-पंजीकरण व्यवस्था लागू की जाए।
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मुख्यमंत्री ने विभाग को निर्देश दिया कि रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र ही पूरी की जाए ताकि कार्यकुशलता और सेवा की गुणवत्ता बढ़ सके। स्टांप विक्रय के अन्य विकल्पों पर विचार कर वेंडरों के कमीशन को भी तार्किक बनाने की जरूरत बताई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 वर्ष तक की अवधि वाले लघु एवं मध्यम वर्ग के किरायेनामे पर स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क में छूट दी जानी चाहिए।
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