मुज़फ्फरनगर दंगे के आरोपी और बीजेपी सरकार में मंत्री सुरेश राणा ने शनिवार को कहा कि 2013 में मुजफ्फरनगर में हुई हिंसा की सरकार द्वारा जांच की जाएगी और “निर्दोष व्यक्तियों” के खिलाफ दर्ज मामलों को सरकार द्वारा जांच के बाद वापस लिया जाएगा। दंगे के आरोपी मंत्री ने कैराना में पलायन का मुद्दा भी उठाया और इसे लेकर बयान भी दिया। उन्होंने अपने बयान में बोला कि पश्चिमी यूपी में कथित तौर पर कैराना पलायन जैसी घटनाओं की ‘पुनरावृत्ति’ रोकने के लिए यूपी सरकार प्रदेश की कानून एवं व्यवस्था में सुधार सुनिश्चित करेगी। राणा ने यह बात शनिवार को शामली जिले के दौरे पर पहुंचे थे। मंत्री बनने के बाद पहली बार उन्होंने मुज़फ्फरनगर का दौरा भी किया। जहां उनका स्वागत किया गया। सुरेश राणा को योगी आदित्य नाथ की सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया है। उन्हें गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्रालय दिया गया।
साल 2013 में उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में सांप्रदायिक दंगों में सुरेश राणा आरोपी हैं। मुज़फ्फरनगर के इस दंगे में करीब 60 लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोगों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा था। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी सुरेश राणा ने विवादित बयान दिया था। राणा ने कहा था, “मैं हार गया तो देवबंद में जश्न मनाया जाएगा कि सुरेश का इलाज कर दिया और अगर मैंने मैदान मार लिया तो देवबंद में, मुरादाबाद में कर्फ्यू लग जाएगा मित्रों। इसलिए कह रहा हूं कि मार्च 11 का दिन होगा, भारत माता की जय का नारा लगाते हुए शामिली से थाना भवन तक जुलूस निकलेगा। सुरेश राणा योगी सरकार में मंत्री होने के साथ ही यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष भी हैं।
कैराना से बीजेपी के सांसद हुकुम सिंह ने पलायन का मुद्दा उठाया था और करीब 300 लोगों की सूची जारी की थी जिसके हवाले से कहा गया था कि वे सभी हिंदू लोग मुस्लिम बहुल इलाके कैराणा से घर छोड़कर जाने को मजबूर हुए हैं। हालांकि, बाद में लिस्ट में कई खामियां देखने को मिली। इसमें कई नाम ऐसे हैं जो मर चुके हैं, वहीं कुछ लोगों ने 10 साल पहले कैराना छोड़ दिया था। साथ ही कई लोग नौकरी या बच्चों की शिक्षा के चलते बाहर चले गए। हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह ने भी 2017 के विधानसभा में किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी थी। उन्हें समाजवादी पार्टी के नाहिद हसन ने हराया। सासंद बनने से पहले इस सीट से हुकुम सिंह 7 बार विधायक रहे चुके हैं। हुकुम सिंह अपने विवादास्पद बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं।