रोहतक के बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में योग शिक्षक जगदीप (45) तीन महीने से लापता थे। मंगलवार को उनका शव चरखी दादरी के पैंतावास कलां गांव में 7 फुट गहरे गड्ढे से बरामद हुआ। पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या के पीछे मुख्य आरोपी राजकरण (40) था, जिसे शक था कि उसकी पत्नी के जगदीप से अवैध संबंध थे। जब राजकरण को जगदीप के फोन में अपनी पत्नी की तस्वीर मिली, तो उसने उसे मारने की साजिश रच डाली।
24 दिसंबर को गायब हुए थे जगदीप
जगदीप तीन साल से जनता कॉलोनी में किराए पर रह रहे थे। 24 दिसंबर, 2024 को वे अचानक लापता हो गए। उनके चाचा ईश्वर, जो झज्जर के मंडोठी गांव के निवासी हैं, ने 3 फरवरी को शिवाजी कॉलोनी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। शुरुआत में पुलिस और परिवार ने काफी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
जांच के दौरान पुलिस ने विश्वविद्यालय और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें चार लोगों को जगदीप को जबरन उठाकर ले जाते हुए देखा गया। उन्होंने उसके हाथ-पैर बांध दिए और उसे एक वाहन में डालकर कहीं ले गए।
मोबाइल डंप डेटा की मदद से पुलिस को चरखी दादरी के पैंतावास कलां गांव तक सुराग मिला। इसके आधार पर पुलिस ने दो संदिग्धों – धर्मपाल और हरदीप को हिरासत में लिया। पूछताछ में उन्होंने कबूल किया कि जगदीप की हत्या उन्होंने राजकरण के कहने पर की थी।
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने जगदीप को सुनसान जगह पर ले जाकर गहरे गड्ढे में जिंदा दफना दिया। इसके बाद एएसपी शशि शेखर के नेतृत्व में सीआईए, एफएसएल और स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। खुदाई शुरू हुई और घंटों की मशक्कत के बाद टॉर्च की रोशनी में शव बाहर निकाला गया।
जांच में पता चला कि जगदीप उसी मकान में किराए पर रहता था, जो राजकरण के ससुराल वालों का था। राजकरण की पत्नी अक्सर मायके पैंतावास कलां आती थी और जगदीप से उसकी नजदीकियां बढ़ गईं। इस बात का पता चलते ही राजकरण गुस्से में आ गया और हत्या की साजिश रच डाली।
फिलहाल, दो आरोपी पुलिस हिरासत में हैं, जबकि मुख्य आरोपी राजकरण फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।