Karnataka BJP Chief: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार (26 अगस्त, 2022) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राज्य के सियासी हालात और साल 2023 में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां पर चर्चा की। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन सचिव बी एल संतोष सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं से भी मिले।
बता दें, राज्य भाजपा अध्यक्ष नलिन कतील का तीन साल का कार्यकाल रविवार को समाप्त हो रहा है। ऐसे में येदुयिरप्पा अपने किसी चहेते को राज्य भाजपा चीफ की कुर्सी के लिए निगाह लगाए हुए हैं।
कतील के उत्तराधिकारी के लिए पसंदीदा में केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे हैं, जो येदियुरप्पा की पूर्व सहयोगी हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि, राज्य के ऊर्जा मंत्री सुनील कुमार करकला और पूर्व राज्य मंत्री अरविंद लिम्बावल्ली को मजबूत दावेदार में माना जा रहा है।
हालांकि येदियुरप्पा ने इस बात से इनकार किया कि कर्नाटक भाजपा के अगले अध्यक्ष का मुद्दा नेतृत्व के साथ चर्चा के दौरान उठा, लेकिन अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले इसे एक अहम मुद्दा माना जा रहा है। जुलाई 2021 में सीएम पद से बेदखल होने के एक साल बाद येदियुरप्पा को हाल ही में भाजपा संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया है, जो पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है। दक्षिणी राज्य में पार्टी की राज्य इकाई अब कतील के प्रति मजबूत नकारात्मक भावनाओं के खिलाफ है।
कहा जाता है कि कतील को संतोष ने समर्थन दिया था, जब उन्होंने राज्य इकाई का कार्यभार संभाला था। हाल के हफ्तों में राज्य भाजपा प्रमुख को पार्टी नेता और दक्षिण कन्नड़ से सांसद के रूप में उनकी कथित अक्षमता के लिए सोशल मीडिया पर आलोचना का भी सामना करना पड़ा है।
बता दें, प्रधानमंत्री मोदी 2 सितंबर को दक्षिण कन्नड़ के मंगलुरु में एक रैली को संबोधित को संबोधित करेंगे। मोदी की यह रैली एक ऐसे समय में है, जब कतील की अपने घरेलू मैदान पर लोकप्रियता अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। राज्य भाजपा नेतृत्व में बदलाव पीएम के दौरे के समय के आसपास होने की उम्मीद है। बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर येदियुरप्पा ने शुक्रवार को नई दिल्ली में कहा, ‘पार्टी इस पर फैसला करेगी और मैं इसके बारे में कुछ नहीं सकता’।
उन्होंने कहा, ‘मैंने जेपी नड्डा से बात की और उनसे कहा कि वे राज्य को और समय दें, जिससे पार्टी को सत्ता में लाया जा सके। उन्होंने कहा कि मैंगलुरु में प्रधानमंत्री का 2 सितंबर का कार्यक्रम कुछ ऐसा है जिसे हम बड़े पैमाने पर आयोजित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने जेपी नड्डा के साथ कर्नाटक की राजनीतिक स्थिति और पार्टी की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की है और मैंने उनसे कर्नाटक आने का अनुरोध किया है।
कर्नाटक के पूर्व सीएम ने कहा, “जब मुझे एक नई जिम्मेदारी दी गई है, तो मुझे लगता है कि उन सभी से मिलना और चर्चा करना मेरा कर्तव्य है। वे जो निर्देश और सलाह देंगे, उन्हें लिया जाएगा और लागू किया जाएगा।”
बता दें, येदियुरप्पा को जिस दिन भाजपा के राष्ट्रीय पैनल में नियुक्त किया गया था। उसी दिन वो पार्टी कार्यालय लौट आए। तीन वर्षों (2019 से 2022) में वह मुख्यधारा की पार्टी संगठन की गतिविधियों से दूर थे। येदियुरप्पा ने पार्टी कार्यालय का दौरा तभी किया, जब उन्हें आमंत्रित किया गया था।