उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur In Uttar Pradesh) के एक गांव में यज्ञ चल रहा था और यहां पर हाथी भी मौजूद था। लेकिन अचानक हाथी चिढ़ जाता है और वहां पर अफरा-तफरी मच जाती है। इस घटना में 3 लोगों की मृत्यु भी हो गई। मरने वालों में दो महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। इस घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने भी संज्ञान लिया और उन्होंने दुख व्यक्त किया है। साथ ही सीएम ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है।
हाथी को काबू में करने के लिए महावत बुलाए गए
यह घटना चिलुआताल इलाके के मोहम्मदपुर माफी गांव की है, जहां पर एक यज्ञ का आयोजन किया गया था। यज्ञ के लिए कलश यात्रा (Kalash Yatra) में बीजेपी विधायक विपिन सिंह का हाथी भी आया था, लेकिन हाथी बिदक जाता है और उसके बाद अफरा-तफरी मच जाती है। हाथी को काबू में करने के लिए वन विभाग की टीम के अलावा 8 महावत भी बुलाए गए थे। हाथी खेत में चला जाता है, जहां उसे घेरकर टंक्यूलाइजर गन की मदद से बेहोश किया गया।
बीजेपी विधायक का था हाथी
बताया जाता है कि यह यज्ञ के आयोजन का पहला दिन था और इसी दिन कलश यात्रा निकाली जाती है। इस यात्रा में हाथी के अलावा ऊंट भी आया था। एक महावत ने बीजेपी विधायक विपिन सिंह (BJP MLA Vipin Singh) के हाथी को बुक किया था। बताया जाता है कि दोनों महिलाओं की मृत्यु हाथी के सूड में लपेटकर पटकने के बाद हुई। घंटों मशक्कत के बाद हाथी को काबू में किया जा सका।
इस घटना के बाद गोरखपुर के एसपी नॉर्थ मनोज कुमार अवस्थी (SP Gorakhpur North Manoj Kumar Awasthi) ने कहा, “यज्ञ के दौरान निकली कलश यात्रा में शामिल होने के लिए हाथी आया था। लेकिन अचानक वह बिदक गया और 3 लोगों की जान चली गई। हाथी को भीड़ से दूर करने के लिए वन विभाग की टीम को बुलाया गया, जिसने उस पर काबू पाया।”
हाथी को काबू में करने के लिए उसे राप्ती नदी पार कराकर खाली स्थान पहुंचा दिया गया था। जहां उसे अकेले में रखकर शांत कराने की कोशिश की गई। वन विभाग की टीम ने काफी देर तक मशक्कत की और उसके बाद हाथी को काबू में किया गया।