दिल्ली के गोकुलपुरी थाना क्षेत्र के भागीरथी विहार में बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या हुई थी। बुजुर्ग दंपत्ति राधेश्याम वर्मा और वीना वर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने घर की बहू मोनिका को गिरफ्तार किया है। वहीं इस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।

अपने प्रेमी 29 वर्षीय आशीष (29) की मदद से अपने ससुराल वालों को मरवाने के आरोप में गिरफ्तार 29 वर्षीय मोनिका वर्मा को अपने रिश्ते को निभाना मुश्किल हो रहा था। ऐसा इसलिए क्योंकि उसके पति और ससुराल वालों को इसका पता चल गया था और वे उस पर अंकुश लगा रहे थे।

सबसे पहले उसके सेक्स चैट्स का पता चला और उसके बाद उसका स्मार्टफोन ले लिया गया। जब मोनिका के परिवार ने पूर्वोत्तर दिल्ली के गोकलपुरी में घर को बेचने और द्वारका जाने की चर्चा शुरू की, तो मोनिका ने कथित तौर पर अपने प्रेमी के साथ अपने ससुराल वालों की हत्या करने और इसे डकैती का रूप देने की साजिश रची। कोविड महामारी के बीच ही लॉकडाउन के कारण अपने घर में कैद मोनिका फिर से सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गईं। 2016 में उसकी शादी के बाद से उसके पास मुश्किल से इसके लिए समय था।

मोनिका ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरा किया था और शादी से पहले नोएडा के एक कॉल सेंटर में काम करती थी। 22 साल की उम्र में शादी, चार साल के पारिवारिक जीवन ने उसे एक अकेली हाउसवाइफ बना दिया। सोशल मीडिया ने उसे बाहरी दुनिया से जुड़ने का मौका दिया और वह ऑनलाइन दोस्त बनाने लगी। उनमें से एक आशीष था जिसके साथ उसने अगस्त 2020 में ऑनलाइन दोस्ती की। दोनों ने अक्सर चैट की और जल्द ही एक-दूसरे को पसंद करने लगे। चैट धीरे-धीरे सेक्स चैटिंग में बदल गई और आखिरकार वे फरवरी 2021 में वेलेंटाइन डे पर एक होटल में मिले।

जल्द ही वह आशीष की मां से उसकी प्रेमिका के रूप में मिलने गई। हालांकि पिछले साल आशीष की मां को पता चला कि मोनिका शादीशुदा थी और उसका एक बच्चा भी है। आशीष की मां ने रिश्ते पर आपत्ति जताई लेकिन दोनों हमेशा के लिए साथ रहना चाहते थे। चीजें तब बदल गईं जब पिछले साल आशीष के साथ मोनिका के सेक्स चैट उसके पति रवि ने देखी। मोनिका ने कथित तौर पर जांच कर्मियों से कहा, “मैं घुटन महसूस कर रही थी। ऐसा लग रहा था कि मैं जेल में हूं। हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी। वे मेरी जिंदगी को नियंत्रित करना चाहते थे, मेरी आवाज दबाना चाहते थे। मुझे कोई पछतावा नहीं है।”

मोनिका ने कथित तौर पर दावा किया है कि उसकी सास वीना उस पर कड़ी नजर रखती थी और इस वजह से परिवार में अक्सर झगड़े होते थे। डीसीपी (Crime) जॉय टिर्की ने कहा, “चैट मिलने के बाद पहला झटका तब लगा जब रवि और ससुराल वालों ने कथित तौर पर मोनिका का स्मार्टफोन छीन लिया और उसे एक फीचर फोन दिया।”

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, “जब परिवार ने घर बेचने और द्वारका में शिफ्ट होने का फैसला किया, तो मोनिका ने चीजों को अपने हाथों में लेने का फैसला किया। इसी ने उसे अपनी योजनाओं को अंतिम रूप देने के लिए प्रेरित किया।” ससुराल वाले अपने घर के लिए लगभग 1.5-2 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद कर रहे थे और द्वारका में एक घर खरीदने के लिए उन्हें इतना ही चाहिए था। चूंकि उन्हें भागीरथी विहार इलाके में एक भी खरीदार नहीं मिला, इसलिए उन्होंने घर को टुकड़ों में बेचने का फैसला किया।

डीसीपी ने कहा पीछे के हिस्से का पहला सौदा 12 फरवरी को तय हुआ और परिवार ने 5 लाख रुपये एडवांस ले लिए। मोनिका ने तब अपनी योजना को अंजाम देने का फैसला किया।

जांचकर्ताओं का दावा है कि मोनिका दिसंबर 2022 से ही अपने ससुराल वालों और पति को मारने की योजना बना रही थी और उसने इसे आशीष के साथ साझा किया था। 12 फरवरी को सौदे के बाद उन्होंने योजना को अंतिम रूप देना शुरू किया। उन्होंने 20 फरवरी को एक होटल में मुलाकात की और योजना को अंतिम रूप दिया।