कर्नाटक के बेंगलुरु में मंगलवार सुबह एक निर्माणाधीन मेट्रो का खंभा (Metro pillar) गिर गया, जिसके चपेट में आने से एक महिला और उसके तीन साल के बच्चे की मौत हो गई। बता दें कि महिला अपने पति और दो बच्चों के साथ के साथ बाइक से जा रही थी, जब ये हादसा हुआ। वहीं पति और बेटी अस्पताल में भर्ती है। ये घटना बेंगलुरु के नागवारा इलाके (Nagavara area) की है।

अस्पताल में हुई मौत

घटना को लेकर अधिकारियों ने कहा कि दंपति और उनके जुड़वां बच्चे (एक बेटी और एक बेटा) अपनी बाइक रास्ते से गुजर रहे थे, उसी दौरान भारी लोहे का खंभा उन पर गिर गया। हादसे में तेजस्वनी (Tejasvani) और उसका बेटा विहान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। राहगीरों ने उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। तेजस्वनी के पति लोहित और बेटी का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

पति और बेटी घायल

पुलिस ने कहा कि लोहित बाइक चला रहे थे और तेजस्वनी पीछे बैठी थी, दोनों ने हेलमेट पहन रखा था। एक अधिकारी ने कहा, “आज सुबह मेट्रो का एक खंभा गिर गया और एक बाइक से टकरा गया, जिसपर चार लोग यात्रा कर रहे थे। तेजस्वनी और उनके बेटे विहान गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें तुरंत अल्टियस अस्पताल (Altius hospital) ले जाया गया। दुर्भाग्य से उनकी वहीं मौत हो गई। मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।”

40 प्रतिशत वाली सरकार- डीके शिवकुमार

वहीं इस हादसे के बाद राज्य की बीजेपी सरकार विपक्षियों के निशाने पर है। कांग्रेस ने राज्य की बीजेपी सरकार पर एक बार फिर 40 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगाया है। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार (Karnataka Congress chief DK Shivakumar) ने कहा, “यह ‘40% कमीशन’ सरकार का नतीजा है। विकास कार्यों में गुणवत्ता नहीं है।”

लिंगायत धर्मगुरु भी लगा चुके हैं कमीशन का आरोप

बता दें कि पिछले वर्ष अप्रैल महीने में कर्नाटक में एक लिंगायत धर्मगुरु ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि मठों को मिलने वाला अनुदान सरकार 30 फीसदी कमीशन लेने के बाद ही स्वीकृत करती है। लिंगायत धर्मगुरु डिंगलेश्वर स्वामी ने बयान में कहा कि “यह हर कोई जानता है कि क्या चल रहा है। यदि अनुदान स्वामी जी (मठ) को दिया जाना है तो वह 30 फीसदी कमीशन देने के बाद ही संभव है।”