मुंबई में इस बार जमकर बारिश हो रही है। मई में अभी तक 85 मिमी से अधिक बारिश हो चुकी है। इस बीच मुंबई में एक और बारिश वाला हफ्ता आने वाला है। मौसम विभाग (IMD) ने अगले चार दिनों में मुंबई और महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में गरज के साथ भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। रायगढ़, नासिक, पुणे, सतारा और कोल्हापुर जैसे इलाकों में भी मौसम विभाग ने अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाते हुए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।

मुंबई में मई महीने में आमतौर पर पड़ती है चिलचिलाती गर्मी

लगातार हो रही बारिश ने इस क्षेत्र के लिए मई को असामान्य बना दिया है। दरअसल मुंबई में मई महीने में आमतौर पर चिलचिलाती गर्मी और लू पड़ती है। इस साल मुंबई में 6 मई की शुरुआत में ही गरज और तेज़ हवाओं के साथ रुक-रुक कर भारी बारिश होने लगी थी। 2021 के बाद से यह मुंबई का सबसे अधिक बारिश वाला मई महीना रहा है।

कोलाबा कोस्टल ऑब्जर्वेटरी ने पहले ही 85.2 मिमी बारिश दर्ज की है और सांताक्रूज़ स्टेशन ने सोमवार सुबह तक 47.4 मिमी बारिश दर्ज की है। इससे तापमान में भी गिरावट आई। शहर में 8 मई को 1951 के बाद से सबसे ठंडा मई का दिन आया, जब कोलाबा कोस्टल स्टेशन पर न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। 6 मई से 11 मई के बीच भारी बारिश होने के बाद शहर में बारिश का दौर थम गया, हालांकि येलो अलर्ट के बीच सुबह के समय बूंदाबांदी जारी रही। इस बीच महाराष्ट्र के अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश, गरज के साथ बौछारें और तेज़ हवाए चलती रहीं।

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मुंबई में इस साल जल्दी बारिश क्यों हो रही है?

मुंबई में गर्मियों के महीनों में बेमौसम बारिश होना कोई नई बात नहीं है। यह एक ऐसी घटना है जिसे वैज्ञानिक आमतौर पर हवाओं के कारण मानते हैं। हालांकि, इस साल जो बात असामान्य है, वह यह है कि बहुत जल्दी शुरू होने वाली बारिश लंबे समय तक जारी है।

आईएमडी मुंबई की निदेशक शुभांगी भूटे ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ प्रणाली की मौजूदगी के कारण के कारण 6 मई से 8 मई के बीच क्षेत्र में जल्दी बारिश हुई। हालांकि उन्होंने कहा कि प्री-मानसून वर्षा 13 मई के बाद ही शुरू हुई। शुभांगी भूटे ने कहा, “मई के दूसरे हफ्ते में हमने जो बारिश देखी, वह सिस्टम द्वारा प्रेरित थी। तकनीकी रूप से 13 मई से क्षेत्र में जो वर्षा हो रही है, उसे प्री-मानसून वर्षा के रूप में माना जा सकता है, क्योंकि यह वह समय था जब दक्षिण-पश्चिम मानसून बंगाल की खाड़ी, अंडमान सागर और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्सों में आगे बढ़ा था।” यह सामान्य प्री-मानसून वर्षा से बिल्कुल अलग है, जो मई के अंत में शहर में शुरू हुई थी।

शुभांगी भूटे ने अनुकूल मानसून स्थितियों के लिए न्यूट्रल अल नीनो साउदर्न ऑस्किलेशन (ENSO) और हिंद महासागर डिपोल (IOD) को जिम्मेदार ठहराया। भूटे ने कहा, “वर्तमान में ENSO के साथ-साथ न्यूट्रल IOD स्थितियां हिंद महासागर पर मौजूद हैं। ये न्यूट्रल स्थितियां अच्छे मानसून के दौर में योगदान दे सकती हैं और इसके परिणामस्वरूप जल्दी मानसून की शुरुआत के लिए अनुकूल स्थितियां भी हो सकती हैं।”

ENSO एक महासागर वायुमंडलीय घटना है जिसे सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक घटनाओं में से एक माना जाता है। यह जून और सितंबर के बीच भारतीय मानसून को प्रभावित करता है। इस बीच अथरेया शेट्टी सहित अन्य मौसम विशेषज्ञों ने भी इस साल जल्दी गर्मी पड़ने की ओर इशारा किया, जो फरवरी की शुरुआत में शुरू हुई। अथरेया शेट्टी ने कहा, “जब भी गर्मी जल्दी बढ़ती है, तो हम उन वर्षों में जल्दी प्री-मानसून देख सकते हैं। इसके अलावा मुंबई में आमतौर पर एंटीसाइक्लोन सिस्टम के कारण ड्राई मौसम रहता है, जो हाई प्रेशर वाला क्षेत्र बनाता है और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में रेगिस्तान से गर्म हवाओं के फ्लो को बढ़ावा देता है। हालांकि इस साल मई की शुरुआत में मजबूत पश्चिमी विक्षोभ प्रणाली ने एंटीसाइक्लोन को कमजोर कर दिया, जिससे गर्म परिस्थितियों पर इसका प्रभाव और कम हो गया।”

मुंबई क्षेत्र में मानसून की शुरुआत के लिए इसका क्या मतलब है?

प्री-मानसून बारिश के जल्दी शुरू होने के साथ आईएमडी मुंबई के निदेशक ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मुंबई क्षेत्र में इस साल मानसून की शुरुआत जल्दी हो सकती है। आम तौर पर मुंबई में मानसून की आधिकारिक तारीख 11 जून होती है। मौजूदा अनुमानों के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून के 28 मई तक केरल में आने की उम्मीद है, जो सामान्य से काफी पहले है। इसके बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून को महाराष्ट्र तक पहुंचने और उसे पार करने में आम तौर पर 8 से 10 दिन लगते हैं।

अथरेया शेट्टी के अनुसार इस मौसम में मुंबई में जून के पहले हफ्ते में ही मानसून की शुरुआत हो सकती है। इस बीच आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि इस वर्ष देश में सामान्य से अधिक मानसून रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने बताया है कि मानसून के दौरान न्यूट्रल एल नीनो और IOD की स्थिति बनी रहेगी, जो इस मौसम में भरपूर बारिश में योगदान देगी।