दिल्ली के मौजूदा पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा का कार्यकाल 31 जुलाई को समाप्त होने वाला है और उनके संभावित उत्तराधिकारी को लेकर दिल्ली में गहमागहमी बढ़ गई है। दिल्ली पुलिस महासंघ ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, गोवा और केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के अधिकारी को दिल्ली का अगला पुलिस आयुक्त नियुक्त करने की मांग की है।

महासंघ का कहना है कि एक ऐसे अधिकारी को यह पद मिलना चाहिए जिसने अपना पूरा करिअर एजीएमयूटी कैडर में बिताया हो, क्योंकि ऐसे अधिकारी दिल्ली की कानून-व्यवस्था और सामाजिक-भौगोलिक जटिलताओं को बेहतर तरीके से समझते हैं।

महासंघ के अध्यक्ष और अवकाश प्राप्त एसीपी वेदभूषण ने कहा कि पहले भी चार बार दिल्ली कैडर से बाहर के अधिकारियों को दिल्ली का पुलिस आयुक्त बनाया जा चुका है, जिनमें एसएस जोग (बीएसएफ से प्रतिनियुक्त), अजय राज शर्मा (उत्तर प्रदेश कैडर), राकेश अस्थाना (गुजरात कैडर) और मौजूदा आयुक्त संजय अरोड़ा (तमिलनाडु कैडर) शामिल हैं।

क्या है मौजूदा स्थिति

संजय अरोड़ा को डेढ़ महीने पहले ही राज्यपाल के माध्यम से अवकाशग्रहण की चिट्ठी मिल चुकी है, जिससे यह संकेत मिलता है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय उन्हें दूसरा कार्यकाल देने के मूड में नहीं है। हालांकि, संसद का सत्र चल रहा है, जिससे यह अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि संजय अरोड़ा को दो-तीन महीने का विस्तार मिल सकता है, या किसी विशेष आयुक्त को कार्यभार संभालने का आदेश दिया जा सकता है।

वर्तमान में 1988, 1989, 1991, 1992 और 1993 बैच के कम से कम पांच आला पुलिस अधिकारी दिल्ली के अगले पुलिस आयुक्त की दौड़ में शामिल हैं और सभी की निगाहें केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर टिकी हैं।

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दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा का कार्यकाल 31 जुलाई को खत्म हो रहा है। तमिलनाडु काडर के 1988 बैच के इस वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने अगस्त 2022 में राजधानी की कमान संभाली थी। इससे पहले वे भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) जैसे केंद्रीय बलों के महानिदेशक रह चुके हैं।

अब सवाल यह उठ रहा है कि अरोड़ा के बाद दिल्ली पुलिस की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाएगी। इस रेस में दो नाम प्रमुखता से सामने आए हैं। पहला नाम है ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह यानी जीपी सिंह का। वे असम काडर के 1991 बैच के अधिकारी हैं और फिलहाल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में डीजी के पद पर कार्यरत हैं। इसके अलावा वे असम में डीजीपी के तौर पर भी सेवाएं दे चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, असम के मुख्यमंत्री ने उनके नाम की सिफारिश केंद्र को भेजी है।

दूसरे दावेदार शत्रुजीत कपूर हैं, जो हरियाणा काडर से हैं और 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वर्तमान में वे हरियाणा राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पद पर तैनात हैं। बताया जा रहा है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने उनके नाम की सिफारिश की है।

दिल्ली पुलिस प्रमुख की कुर्सी को लेकर अब दिल्ली, असम और हरियाणा के राजनीतिक समीकरण भी चर्चा में हैं। जल्द ही केंद्र सरकार को यह निर्णय लेना है कि राजधानी की कानून-व्यवस्था की कमान किसे सौंपी जाए।