Who is Mata Prasad Pandey: सपा चीफ अखिलेश यादव ने माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष बनाया है। यह बेहद चौंकाने वाला नाम है। माना जा रहा है कि अखिलेश ने पीडीए के बाद ब्राह्मण कार्ड चला है। इससे पहले शिवपाल, इंद्रजीत सरोज और तूफानी सरोज का नाम नेता प्रतिपक्ष के तौर पर चल रहा था। लेकिन करीब तीन घंटे के मंथन के बाद अखिलेश ने माता प्रसाद के नाम का ऐलान किया।

माता प्रसाद आठ बार से विधायक हैं। वह मुलायम और अखिलेश सरकार में विधानसभा अध्यक्ष भी रहे हैं। उनको शिवपाल यादव का करीबी माना जाता है। माता प्रसाद पांडे काफी पुराने नेता हैं। मात प्रसाद पांडेय दो बार विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उनको विधानसभा चलाने का लंबा अनुभव है। माता प्रसाद की उम्र 81 साल है।

मुलायम के बेहद करीबी रहे हैं माता प्रसाद पांडे

माता प्रसाद सिद्धार्थनगर की इटवा विधानसभा सीट से आठ बार विधायक रह चुके हैं। माता प्रसाद पांडे मुलायम सिंह यादव की सरकार में विधानसभा अध्यक्ष भी रहे। 2012 में जब सपा फिर से सत्ता में आई और अखिलेश यादव की सरकार बनी तो उनको एक बार फिर विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया।

माता प्रसाद पांडे ने 1980 में जीता पहला चुनाव

उन्होंने पहला चुनाव वर्ष 1980 में जनता पार्टी से लड़ा था और जीत हासिल की। 1985 के चुनाव में लोकदल से विजय प्राप्त की थी। 1989 के चुनाव में जनता दल से विजय प्राप्त किया। 1991 व 1996 के चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा। दोनों चुनाव में यह तीसरे स्थान पर रहे।

2002 के चुनाव में सपा प्रत्याशी के रूप में एक बार फिर जीत हासिल की। 2012 व 2007 के चुनाव में सपा के ही चुनाव चिन्ह से सदन में पहुंचे थे। हालांकि 2017 के विधानसभा चुनाव में वह बीजेपी उम्मीदवार डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी से चुनाव हार गए थे और तीसरे नंबर पर आए थे।