केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2021 के विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद पश्चिम बंगाल का पहला दौरा किया। इस दौरान अमित शाह ने बंगाल भाजपा इकाई के साथ बैठक की और पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने की कोशिश की। हालांकि बंगाल में आए दिन राजनीतिक रंजिश के चलते होने वाली हत्याओं के बीच राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग को शाह ने खारिज कर दिया।
अमित शाह ने कहा कि बंगाल के भाजपा नेताओं को राष्ट्रपति शासन लगाने के अपने सपने को छोड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने एक विशाल जनादेश के साथ एक सरकार चुनी है, उसे बर्खास्त करना अनुचित होगा। दरअसल तृणमूल कांग्रेस के आक्रामक रवैये के खिलाफ बंगाल भाजपा इस लड़ाई में खुद को अकेला महसूस कर रही है।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी की बंगाल इकाई में जोश भरते हुए निराश नहीं होने के लिए कहा। उन्होंने राज्य की भाजपा ईकाई को राष्ट्रपति शासन की आस त्याग कर राजनीतिक रूप से लड़ने के लिए कहा। बता दें कि शाह ने अपने दौरे में बंगाल भाजपा के सांसदों और विधायकों सहित राज्य के कई भाजपा नेताओं के साथ बैठक की।
शाह ने बैठक में कहा, “तृणमूल कांग्रेस भारी जनादेश पाने के बाद लगातार तीसरी बार सत्ता में आई है। उसे चुनाव जीते अभी कुछ महीने ही हुए हैं। ऐसे में एक जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को धारा 356 लगाकर उखाड़ फेंका नहीं जा सकता।” शाह ने कहा कि हम इस तरह से नहीं कर सकते। यह एक राजनीतिक लड़ाई है जिसे हमारे कार्यकर्ताओं की मदद से राजनीतिक रूप से लड़ने की जरूरत है।
टीएमसी से राजनीतिक स्तर पर लड़ने का दिया मंत्र: बंगाल भाजपा के नेताओं ने अमित शाह के सामने राष्ट्रपति शासन को जरूरी बताते हुए राजनीतिक हत्याओं, सामूहिक बलात्कार और हिंसा के अन्य रूपों का हवाला दिया। इसपर शाह ने कहा कि इस मामले में सीबीआई अपना काम कर रही है। इस स्थिति में बंगाल भाजपा के पदाधिकारियों और चुने गये प्रतिनिधियों को राजनीतिक स्तर पर तृणमूल से मजबूती से लड़ना चाहिए।
टीएमसी से राजनीतिक लड़ाई पर होगा फोकस: भाजपा बंगाल के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, “अमित शाह ने यह स्पष्ट कर दिया कि टीएमसी सरकार के खिलाफ हमारी राजनीतिक लड़ाई जारी रहेगी और हम इसे राजनीतिक रूप से लड़ेंगे। उसके लिए हमें संगठन को मजबूत करना होगा और राज्य भर में बूथ स्तरीय समितियां बनानी होंगी। हमारे कार्यकर्ता ही हमारी ताकत होंगे और हम टीएमसी को मुंहतोड़ जवाब देंगे।