पश्चिम बंगाल में शनिवार (9 फरवरी) को अज्ञात हमलावरों ने तृणमूल कांग्रेस के विधायक सत्यजीत विश्वास की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वे नादिया जिले के कृष्णागंज से विधायक थे। कुछ ही समय पहले उनकी शादी हुई थी। जिस वक्त ममता बनर्जी के विधायक विश्वास की हत्या की गई, वे उस समय अपने क्षेत्र में आयोजित सरस्वती पूजा समारोह में शामिल होने गए हुए थे। सरस्वती पूजा के उपलक्ष्य में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसी कार्यक्रम में विश्वास जब मंच से उतरे तो हमलावरों ने उन्हें निशाना बनाते हुए गोली चला दी। इससे उनकी मौत हो गई।

नादिया जिला बांग्लादेश की बॉर्डर से जुड़ा हुआ है। कुछ समय से भाजपा ने यहां अपनी राजनीतिक गतिविधियां बढ़ाई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सत्यजीत विश्वास उस मतुआ समुदाय से जुड़े हुए थे, जिसका वोटबैंक तृणमूल कांग्रेस और भाजपा दोनों की जीत के लिए महत्वपूर्ण है। नादिया जिले के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष गौरीशंकर दत्ता ने हत्या का आरोप भाजपा और मुकुल रॉय के समर्थकों के उपर लगाया है। हालांकि, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलिप घोष ने इस आरोप को बेबुनियाद और निराधार बताया है। उन्होंने इस हत्या के पीछे की वजह तृणमूल कांग्रेस की गुटबाजी बताई।