पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित मोमिनपुर में संप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद प्रशासन ने वहां धारा 144 लगा दी है। किसी भी प्रकार की भीड़ इकट्ठा करने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है और इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती भी की गई है। वहीं बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को हिरासत में ले लिया गया है। वह हिंसा प्रभावित मोमिनपुर जा रहे थे और पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही हिरासत में ले लिया।
सुकांत मजूमदार मोमिनपुर जाने के लिए रवाना हुए थे और वह चिंगड़ीहाटा मोड़ पर ही पहुंचे थे कि पुलिस ने उन्हें वहीं से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पुलिस पूरे मामले में मूकदर्शक बनी हुई है, हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि थाने का घेराव किया गया था लेकिन पुलिस छिप गई थी। लेकिन अब वह लोग इलाके में जाना चाह रहे हैं तो पुलिस उन्हें रोक रही है। सुकांत मजूमदार ने कहा कि धारा 144 मोमिनपुर में लगी है लेकिन उन्हें चिंगड़ीहाटा मोड़ पर ही रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि वह मोमिनपुर जरूर जाएंगे और यदि पुलिस को आपत्ति है तो उन्हें गिरफ्तार करके दिखाए।
सुकांत मजूमदार ने कहा कि वह पुलिस द्वारा अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ कोर्ट में याचिका भी दाखिल करेंगे। सुकांत मजूमदार के साथ बंगाल बीजेपी के सचिव उमेश राय को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए नेताओं को लाल बाजार सेंट्रल जेल ले जाया गया है।
बता दें कि रविवार को पश्चिम बंगाल के एकबालपुर के मोमिनपुर इलाके में दो समुदाय के बीच स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, उसके बाद यह हिंसा में बदल गई थी। इस दौरान कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई और आगजनी की घटना भी सामने आई। वहीं पत्थरबाजी की घटना भी सामने आई है। बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही और स्थिति को संभालने के लिए कुछ नहीं किया।
वहीं सुवेन्दु अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर बंगाल में तुरंत सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स भेजने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हिंसा की गई है, उसे रोकने में बंगाल पुलिस नाकाम साबित हुई है। सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि जब यह हिंसा की घटना हुई, उस दौरान एकबालपुर थाना छोड़कर पुलिस भाग गई थी।