West Bengal News: पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में गुरु और शिष्य का अटूट लगाव देखने को मिला है। इन छात्रों ने अपने गुरु के ट्रांसफर होने पर उन्हें रोकने के लिए ट्रेन रोक दी। मामला दक्षिण 24 परगना का है एक स्कूल के छात्रों ने स्कूल से शिक्षकों को बिना नोटिस के अचानक ट्रंसफर को लेकर कैनिंग के गौरदाहा हॉल्ट रेलवे स्टेशन में विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही छात्रों ने रेलवे पटरियों को बाधित कर दिया। जिसकी वजह से क्षेत्र में ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित रही। स्कूल के छात्रों ने आरोप लगाया कि उनके स्कूल में शिक्षकों को बिना नोटिस दिए स्थानांतरित किया जा रहा है।
छात्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए बताया, “हमारे स्कूल में शिक्षकों का बिना किसी नोटिस के तबादला किया जा रहा है। हम चाहते हैं कि हमारा संदेश शिक्षकों तक पहुंचे, इसलिए हम रेल पटरियों पर विरोध कर रहे हैं, हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हमें इस मामले के बारे में उच्च अधिकारियों से कोई सूचना नहीं मिलती।” छात्रों ने इस दौरान अपने हाथों में तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
टीएमसी के खिलाफ डीवाईएफआई का विरोध प्रदर्शन
दूसरी, तरफ वामपंथी पार्टी की युवा इकाई डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) और छात्र संगठन स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) संयुक्त रूप से रैली का आयोजन किया। इस इंसाफ रैली में छात्र, युवाओं के अलावा कई क्षेत्रों से जुड़े लोग शामिल हुए। इस रैली में अनीस खान के लिए न्याय की मांग कर रहे थे।
19 फरवरी को हुई थी अनीस खान की मौत
बता दें कि अनीस खान के पिता सलेम ने पुलिस और नागरिक स्वयंसेवकों पर बड़ा आरोप लगाया था। मृतक अनीस के पिता ने आरोप लगाया था कि उनके बेटे के साथ हावड़ा जिले में उनके घर की तीसरी मंजिल पर मारपीट किया गया था। उसके बाद फिर उसे नीचे फेंक दिया गया था। वहीं, पुलिस ने आरोप से इनकार करते हुए दावा किया था कि वह गलती से नीचे गिर गया था। 19 फरवरी 2022 को अनीस खान की मौत हो गई थी।