पश्चिम बंगाल में ‘जय श्री राम’ के नारे के लिए विवाद अभी तक थमने का नाम नहीं ले रहा है। खबर है कि प्रदेश के बर्धमान में धार्मिक नारे को लेकर भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प हो गई। घटना में तीन लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है। एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जय श्री राम का नारा लगाने पर उनके साथ मारपीट की गई। मामले में टीएमसी ने भाजपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। धार्मिक नारे को लेकर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी प्रदेश में खूब हंगमा हुआ।
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रदेश की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी का काफिला जब पश्चिमी मिदनापुर के चंद्रकोन इलाके से गुजर रहा था तब एक पार्टी विशेष के कार्यकर्ताओं ने धार्मिक नारा लगाना शुरू कर दिआ। इस गुस्साई सीएम ने अपना काफिला रुकवाया और स्थानीय भाषा में नारा लगा रहे लोगों को नसीहत दे डाली। उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा कि चुनाव नतीजे बाद उन्हें (नारा लगाने वाले) यहीं रहना है।
खास बात है कि गुरुवार (30 मई, 2019) को भी ममता जब टीएमसी कार्यकर्तओं संग हुई हिंसा के खिलाफ उत्तर परगना जिले में नौहाटी जा रही थीं तब भी कुछ लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए। सीएम का काफिला जैसे भाटपारा पहुंचा लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। लोगों द्वारा नारेबाजी लगाने पर सीएम ममता ने कहा, ‘ये लोग बंगाल के नहीं है। यह भाजपा के गुंडे हैं। इन लोगों ने मुझे अपशब्द भी कहे। मैं सबके खिलाफ कार्रवाई करुंगी।’
बता दें कि ममता बनर्जी गुरुवार को नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुई थीं। उन्होंने कहा कि वो शपथ ग्रहण कार्यक्रम में जाने का मन बना चुकी थीं मगर कुछ मीडिया रिपोर्ट देखने के बाद उन्होंने अपना मन बदल लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया की खबरों में कहा जा रहा है कि बंगाल में हिंसा के दौरान 54 लोगों की जान गई। जबकि भाजपा का यह दावा पूरी तरह गलत है।
