देश के गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे में एक हफ्ते से कम का समय बचा हुआ है, लेकिन इससे पहले बंगाल भाजपा में कहल देखने को मिल रही है। कोलकाता से सटे उत्तरी 24 परगना के बारासात में 15 भाजपा नेताओं ने एक साथ इस्तीफा दे दिया है। यह अब ऐसे समय पर हुआ जब अमित शाह स्वयं की कमान संभाल रहे हैं और 4 मई को उनका दौरा प्रस्तावित है।
गौरतलब है कि आसनसोल लोकसभा उपचुनाव में सीट हारने के बाद पार्टी से लगातार नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। उपचुनाव का परिणाम आने के 48 घंटे के भीतर ही 3 एमएलए समेत नदिया जिले के 18 भाजपा नेताओं ने पार्टी को छोड़ दिया था।
एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने बताया, “सभी असंतुष्ट भाजपा नेताओं ने जिला अध्यक्ष पर पक्षपात का आरोप लगाया है। उनकी ओर से कहा गया कि वे केवल अपने वफादार कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाते हैं। इसके साथ उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति को मंडल अध्यक्ष बना दिया गया जो बारासत नगर निकाय चुनाव में एक सीट भी जीतने में सफल नहीं हो सका”
रविवार को भाजपा से इस्तीफा दे चुके नेता श्यामलाल रॉय ने कहा कि वह केवल अपनी वफादारों को ही नहीं आगे बढ़ाते हैं और वह तो तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की कठपुतली है। उन्होंने ही नगर निकाय चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों को जीतने में मदद की है।
पूरे मामले पर बारासात जिला अध्यक्ष तापस मित्रा ने कहा उन लोगों ने क्यों इस्तीफा दिया। इस मामले की उन्हें जानकारी नहीं है। सभी इस्तीफे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजुमदार के पास भेज दिए हैं।
तापस मित्रा पर लग चुका है भ्रष्टाचार आरोप: इससे पहले भी नगर निकाय चुनाव में कई भाजपा कार्यकर्ताओं तापस मित्रा पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लागाया था और नगर निकाय चुनाव में हार के लिए भी उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया था।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा को कुछ 77 सीटों पर जीत मिली थी, जिसके बाद से अब तक कुल 7 विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं।
