पश्चिम बंगाल में सीबीआई और ममता सरकार के बीच हुए विवाद के बाद जहां एक ओर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ममता बनर्जी के समर्थन का ऐलान किया है तो वहीं दूसरी ओर उन्हीं की पार्टी के सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। बता दें कि चिटफंड घोटाला मामले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से सीबीआई की पूछताछ के खिलाफ ममता धरना पर बैठी थी।

बता दें कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर को सीबीआई के सामने पेश होना होगा। जिसे ममता ने इसे अपनी नैतिक जीत बताया था। जिसके बाद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि शीर्ष अदालत का फैसला बैनर्जी की नैतिक जीत नहीं थी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को कोलकाता पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करने की अनुमति दी है इसमें मुझे नहीं पता कि क्या नैतिक जीत है। चौधरी ने यह भी कहा, ‘मैं इस मामले में अपने हाईकमान की नहीं जानता, लेकिन मेरी यही राय है कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।’

कांग्रेस नेता चौधरी ने ममता सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बंगाल में लोकतंत्र नहीं बचा है। साथ ही कहा कि यहां स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होने की अनुमति नहीं है। उन्होंने बंगाल में संवैधानिक संकट की बात कहते हुए इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी ने भी इसी तरह की मांग की थी। गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ममता बनर्जी को फोन किया था और उनके प्रति अपना समर्थन जताया। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार के खिलाफ पूरा विपक्ष एकजुट है और इन फासीवादी ताकतों को हराएगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम ममता बनर्जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।