पश्चिम बंगाल में चुनाव को लेकर भाजपा, टीएमसी और कांग्रेस समेत वाम दल पूरी तैयारी में जुट गए है। इस बीच राज्य में असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी चुनाव लड़ने की घोषणा की है।

ऐसे में मुस्लिम वोटों के बिखराव को रोकने के लिए टीएमसी और ओवैसी की पार्टी के एक साथ चुनाव लड़ने की अटकलें सामने आ रही हैं। कांग्रेस की तरफ से भी कहा गया है कि टीएमसी, एआईएमआईएम और कांग्रेस को एक छाते के नीचे आना चाहिए। पार्टी इसके पीछे धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकजुट होकर सांप्रदायिकता को हराने की बात कह रही है। टीवी डिबेट के दौरान न्यूज एंकर ने यह सवाल भाजपा प्रवक्ता के सामने रखा कि यदि ऐसा होता है तो भाजपा की मुश्किलें बढ़ जाएंगी।

इस पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जब कांग्रेस की तरफ से आचार्य की तरफ से यह कहा गया कि हमारी छतरी के नीचे आ जाओ। त्रिवेदी ने फिल्मी गाना मेरी छतरी के नीचे आ जा…क्यों भीगे… खड़ी खड़ी का हवाला देते हुए कहा कि कोई भी कांग्रेस की छतरी के नीचे आने को तैयार नहीं है।

भाजपा नेता ने कहा कि जिन दलों को निमंत्रण दिया जा रहा है उन्हें तो लग रहा है कि छतरी में कपड़ा तो है ही नहीं केवल डंडी है। ऐसे में वो छाता किसी को क्या देगा। उन्होंने कहा कि मुझे यह बड़ी गजब की बात लगी है कि जब कांग्रेस पार्टी एआईएमआईएम से गठबंधन के लिए तैयार है, वो पहले ही सीपीआई-एमएल से समझौता कर चुकी है।

भाजपा के हिंदू हृदय सम्राट बनने की बात पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि हिंदू हृदय सम्राट तो स्व. बाला साहब ठाकरे थे। भाजपा नेता त्रिवेदी ने कहा कि अगर वह स्वर्ग से बैठ कर देखते होंगे तो सोचते होंगे कि यह क्या हो गया भइया, उनकी पार्टी ने ऐसी पार्टी से समझौता कर लिया जो केरल में इंडियन मुस्लिम लीग के साथ है। जबकि बंगाल में एआईएमआईएम के साथ आने को तैयार है।

बिहार में सीपीआई-एमएल से गठबंधन कर लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरफ से जिस छाते की बात कही जा रही है उसने पूरी विचारधार को छत विछत्त कर दिया है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इसलिए मैं कह रहा हूं कि इस छाते में कोई कपड़ा नहीं, हाथ में सिर्फ छड़ी या डंडी रह गई है।