पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही राजनीति तेज हो गई है। जहां इस बार सीधा मुकाबला तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच माना जा रहा है, वहीं लेफ्ट पार्टियां भी चुनाव प्रचार में पीछे नहीं हैं। खासकर ऐसे समय में जब भाजपा लगातार बंगाल के स्वतंत्रता सेनानियों के साथ देशभक्ति से जुड़े प्रतीकों पर दावा कर रही है। ऐसा ही एक नजारा सोमवार को कोलकाता के लोकप्रिय इंडियन कॉफी हाउस में भी देखने को मिला। यहां बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं के पहुंचने के बाद लेफ्ट समर्थकों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान युवाओं ने खुदीराम बोस को अपना बताते हुए नाथूराम गोडसे का नाम लेकर भाजपा को घेरने की कोशिश की।

बता दें कि कोलकाता में कॉलेज स्ट्रीट पर इंडियन कॉफी हाउस बुद्धिजीवियों के बैठने का ठिकाना माना जाता है। यहां सोमवार को मोदीपारा लिखा टी-शर्ट पहनकर कॉफी हाउस में बीजेपी समर्थकों ने दीवार पर लिखा ‘नो वोट फॉर बीजेपी’ को मिटाना शुरू कर दिया था। इसी को लेकर कॉफी हाउस में विवाद भड़क उठा और लेफ्ट समर्थकों ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।

दोनों पक्षों से क्या नारे लगे?: लेफ्ट समर्थकों ने भाजपा के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी की। महिला प्रोफेसर और लेफ्ट समर्थक मधुरिमा बख्शी के नेतृत्व में युवाओं ने नारे लगाए कि खुदीराम के बंगाल में नाथूराम की कोई जगह नहीं। इतना ही नहीं सीपीएम समर्थकों ने कहा- तोमार बुके नाथूराम, अमार बुके खुदीराम यानी तुम्हारे दिल में नाथूराम, हमारे दिल में खुदीराम। इसके अलावा रविंद्रनाथ टैगोर का जिक्र करते हुए लेफ्ट समर्थकों ने कहा- टैगोर की जमीन पर दंगाइयों की कोई जगह नहीं। जवाब में भाजपा कार्यकर्ता ज्यादातर समय ‘जय श्री राम’ और ‘जय भारत माता के नारे ही लगाते रहे।’

लेफ्ट नेता का तंज- बंगाल की विरासत को नहीं समझते भाजपाई: युवाओं की नारेबाजी का नेतृत्व कर रहीं मधुरिमा ने बताया कि उन्होंने खुदीराम का जिक्र करने वाले नारे लगाए, जिन्हें 18 साल की उम्र में एक ब्रिटिश जज की बग्गी पर बम फेंकने के लिए फांसी दे दी गई थी। उन्होंने कहा कि हम बंगाल और भारत के नायकों के नारे लगा रहे हैं, जिन्होंने तानाशाही के खिलाफ लड़ाई लड़ी। खुदीराम, टैगोर, ईश्वरचंद्र विद्यासागर बंगाल की पहचान हैं, जिसके बारे में भाजपा को कुछ भी पता नहीं है।

प्रोफेसर बख्शी किसी ने बताया कि वो पोस्टर को उखाड़ रहे हैं। मैंने सीढ़ी पर उन्हें देखा कि वो ‘नो वोट फॉर बीजेपी’ में से सिर्फ नो को मिटा रहे थे। इस पर मधुरिमा ने युवाओं के साथ भगवा टीशर्ट पहने भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की, हालांकि भाजपा के लोग पोस्टर हटाने के बाद ही बाहर निकले।’ इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।