पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समर्थन में धरना स्थल पर तमिलनाडु से डीएमके सांसद कनिमोझी भी पहुंची। उनके साथ बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। इस दौरान कनिमोझी ने कहा कि डीएमके ममता के साथ है और अंत तक उनका साथ देगी। उन्होंने कहा कि यह प्रकरण मोदी जी का चुनाव पूर्व विपक्ष को तोहफा है। साथ ही कनिमोझी ने कहा कि 19 जनवरी की महागठबंधन की रैली के बाद उनको यकीन हो गया है कि वे सत्ता में वापस नहीं आएंगे।
दरअसल, कोलकाता पुलिस कमिश्नर से एक चिटफंड घोटाला मामले में पूछताछ की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की कोशिश के विरोध में धरना-प्रदर्शन पर बैठीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को अपना समर्थन देने के लिए तमिलनाडु से सांसद कनिमोझी धरना स्थल पहुंची थी। उन्होंने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, “कोई भी जो लोकतंत्र, संघवाद और संविधान की परवाह करता है, उसे ममता बनर्जी के साथ जरूर खड़ा होना चाहिए।”
इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा, “यह राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सीबीआई का इस्तेमाल करने की राजनीतिक साजिश है। नरेंद्र मोदी हमसे बड़े हैं, और उन्हें समझना चाहिए कि पीएम आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन इस महान देश की संस्थाएं बनी हुई हैं।”
बता दें कि डीएमके प्रमुख स्टालिन ने रविवार रात को ही ममता बनर्जी को अपना समर्थन दिया था। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “फासीवादी भाजपा सरकार के तहत हर संस्थान की स्वतंत्रता से समझौता किया गया है। मैं इस देश के संघीय ढांचे व लोकतंत्र को सुरक्षित करने की लड़ाई में ममता दीदी के साथ खड़ा हूं।” गौरतलब है कि धरने पर बैठीं ममता बनर्जी के समर्थन में पूरा विपक्ष लामबंद हो रहा है। विपक्षी दलों के नेताओं ने ममता के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि संविधान खतरे में है।