पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने मंगलवार को एक नए विवाद को जन्म दे दिया। उन्होंने कहा कि ईडी कुछ टीएमसी नेताओं की अवैध संपत्तियों का पता लगाएगी जिसके बाद वो अपनी ‘बची हुई जिंदगी जेल में बिताएंगे।’ राजधानी कोलकाता में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए घोष ने कहा कि सत्तारूढ़ टीएमसी के कई नेताओं ने काफी ‘अवैध’ पैसे कमाए हैं और उनमें से किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।

भाजपा नेता ने कहा कि ईडी इन सभी की अवैध संपत्ति और धन का पता लगाएगी और टीएमसी नेता अपनी बची हुई जिंदगी जेल में बिताएंगे। बंगाल भाजपा अध्यक्ष की टिप्पणी पर टीएमसी सांसद सौगत राय ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयानों से साफ होता है कि भाजपा कैसे केंद्रीय एजेंसियां जैसे ईडी और सीबीआई को अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षा के लिए इस्तेमाल करती है।

टीएमसी सांसद ने कहा कि ईडी और सीबीआई बंगाल में पिछले कई सालों से मामलों को देख रही है। मगर आज तक कुछ भी नहीं हुआ। दिलीप घोष को पार्टी कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने के लिए इस तरह की टिप्पणी करना बंद कर देना चाहिए।

पश्चिम बंगाल में अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव का जिक्र कर दिलीप घोष ने कहा कि हर कोई स्वतंत्र रूप से अपने वोट का इस्तेमाल कर सकेगा, चूंकि केंद्रीय अर्धसैनिक बल स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराएंगे।

कार्यक्रम में दिलीप घोष ने कहा कि मैं आप सभी को आश्वस्त कर देना चाहता हूं कि केंद्र सरकार आपके साथ है। केंद्रीय बल राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष विधानसभा चुनाव सुनिश्चित करेगा। जनता बिना डर के अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। राज्य पुलिस बल को पोलिंग बूथ के पास जाने की अनुमति नहीं होगी।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि टीएमसी कार्यकर्ताओं का एक वर्ग अभी भी भाजपा वर्कर्स और आम आदमी को निशाना बना रहा है। उन्होंने कहा कि अब टीएमसी सरकार के गिने चुने दिन बचे हैं।