पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर दार्जलिंग में हमला हुआ है। गुरुवार को वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे। अचानक कुछ शरारती तत्वों ने आकर बैठक में बाधा डाली। जब वे बाहर निकलने लगे, तो पीछाकर उनकी और बाकी कार्यकर्ताओं की पिटाई की। घटना में कुछ कार्यकर्ता
घायल भी हुए हैं। घोष का आरोप है कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के बागी नेता विनय तमांग के समर्थक वारदात में शामिल थे। उन्होंने इस हमले को पूर्वनियोजित बताया है और इसके लिए राज्य की ममता बनर्जी सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
गुरुवार को पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष तीन दिनों के लिए यहां तीन पहाड़ी इलाकों के दौरे पर आए थे। घोष ने बताया कि हमलावर पहले विजय सम्मेलन बैठक में बाधा बने। उसके बाद उन्होंने उनका पीछा किया और फिर दो भाजपा नेताओं की पिटाई की। शरारती तत्व बिनय तमांग का नाम ले रहे थे। जब बैठक रद्द कर हम लोग बाहर निकले, तो उन्होंने हम लोगों पर हमला बोल दिया।
#Darjeeling: 2 BJP workers manhandled allegedly by supporters of rebel GJM leader Binay Tamang;WB BJP President Dilip Ghosh was also present pic.twitter.com/0omApwmxDH
— ANI (@ANI) October 5, 2017
घोष ने आगे कहा कि कार्यकर्ताओं को बचाने के चक्कर में वह भी जख्मी हुए। हमलावरों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं का पीछाकर हमला किया। हमले के पीछे गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के बागी नेता बिनय तमांग के समर्थक बताए जा रहे हैं। पुलिस प्रशासन से हमें किसी प्रकार की मदद नहीं मिली। हमले में हमारे कई कार्यकर्ता चोटिल हुए हैं। रिपोर्ट्स की मानें, तो शुरुआत में उन्होंने भाजपा नेताओं पर पत्थरबाजी की, जिसके बाद उन्हें लातें मारीं।
प.बंगाल अध्यक्ष पर इस हमले के बाद उनका दौरा रद्द कर दिया गया है। उन्होंने इस हमले को पूर्वनियोजित बताते हुए ममता बनर्जी सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। वहीं, घोष के आरोपों पर तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्थ चटर्जी ने कहा कि भाजपा इस तरह के दौरों से पहाड़ियों पर शांति को भंग करना चाहती है। उन्होंने यह भी सवाल किया कि आखिर घोष ने पुलिस से सुरक्षा क्यों नहीं मांगी।

