तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को पूर्वी मेदिनीपुर जिले के घटल में एक रोड शो किया और कहा कि कुछ अन्य लोगों के विपरीत वह दबाव में झुकने वाले नहीं हैं। अभिषेक ने भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए कहा, “अगर मेरा गला भी कट जाए, तो मैं जय हिंद, जय बांग्ला, जय मेदिनीपुर, ममता बनर्जी जिंदाबाद और तृणमूल कांग्रेस जिंदाबाद का नारा लगाना जारी रखूंगा। इसलिए मुझे डराने की कोशिश बेकार है।”

बता दें कि पूर्वी मेदिनीपुर को शुभेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है। अधिकारी एक समय तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के करीबी सहयोगी माने जाते थे और पिछले साल दिसंबर में वह भाजपा में शामिल हो गए। अभिषेक बनर्जी ने अधिकारी का नाम लिए बिना उन्हें ‘धोखेबाज’ बताया जिन्होंने खुदीराम बोस और मतंगिनी हाजरा जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की जन्मस्थली मेदिनीपुर को ‘बदनाम’ किया।

डायमंड हार्बर क्षेत्र से सांसद बनर्जी ने कहा, ‘‘आप मुझे सीबीआई और ईडी का उपयोग करके नहीं डरा सकते, जिस तरह सुवेंदु अधिकारी को डराया गया। मैं अन्याय और नफरत की भाजपा की राजनीति के खिलाफ बोलना जारी रखूंगा। मेरी रीढ़ कुछ अन्य लोगों की तरह नहीं है जिन्होंने अपनी खाल बचाने के लिए दलबदल किया ताकि छापों को रोक सकें।”

गौरतलब है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने पिछले हफ्ते सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी को नोटिस देकर उनसे कोयला चोरी मामले की जांच में शामिल होने को कहा। इस मामले में एजेंसी ने उनके परिवार के एक अन्य सदस्य से भी पूछताछ की थी। इसके अलावा ईडी भी लगातार इस मामले में अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा सीबीआई और ईडी के जरिए ममता सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश में है।

दूसरी तरफ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि अगर किसी ने कुछ गलत किया है तो कानून अपना काम करेगा। जो भी दोषी है, उसे सजा मिलनी चाहिए। किसी को भी इस मामले को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए।