West Bengal: पश्चिम बंगाल की कोलकाता पुलिस ने शनिवार (15 अक्टूबर, 2022) को हावड़ा जिले में दो कारोबारी भाइयों के अपार्टमेंट और कार से करीब 8 करोड़ कैश बरामद किया। इससे एक दिन पहले ही इनके बैंक अकाउंट में बड़े अमाउंट का लेन-देन हुआ था। इस पर बैंक ने पुलिस को अलर्ट किया, जिसके बाद यह छापेमारी की गई।

कोलकाता पुलिस के अनुसार, यह छापेमारी शनिवार की आधी रात को हुई थी। पुलिस ने बताया कि दोनों व्यापारियों ने दो बैंकों में 14 अक्टूबर को बड़े अमाउंट का लेनदेन किया था, जिसके बाद बैंकों की तरफ से पुलिस को सूचना दी गई।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिबपुर इलाके में एक महंगे आवास परिसर में शैलेश पांडे और अरविंद पांडे के घरों के बाहर खड़ी एक कार से कम से कम 2 करोड़ रुपये बरामद किए गए। इसके बाद अधिकारी दोनों भाइयों के घर में गए, जहां उन्हें बेड के बॉक्स में और पैसे मिले। पुलिस ने कहा कि छापेमारी के समय व्यवसायियों के परिवार के सदस्य मौजूद नहीं थे।

यह मामला हरे स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और इसके बाद कोलकाता पुलिस के जासूसी विभाग के बैंक धोखाधड़ी अनुभाग ने जांच शुरू कर दी थी। कोलकाता पुलिस ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया है। व्यापारियों की बड़ी रकम से जुड़े दो बैंक खातों की भी जांच की जा रही है।

इस साल जुलाई के बाद से, पश्चिम बंगाल में केंद्रीय और राज्य जांच एजेंसियों द्वारा बड़ी मात्रा में छापेमारी की गई हैं, जिसमें काफी कैश बरामद किया गया है। इस कारण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच आरोपों का दौर भी देखने को मिला।

छापेमारी पर टिप्पणी करते हुए, भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए दावा किया कि लोगों के एक छोटे से वर्ग ने टीएमसी के समर्थन से गलत तरीके से बड़ी संपत्ति कमाई है। टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने यह कहते हुए जवाब दिया कि इस तरह की बरामदगी एक संकेत है कि राज्य पुलिस अवैध रूप से जमा किए गए धन की तलाश में थी।