मई के महीने में तेज गर्मी की जगह बारिश होने और सुबह-सुबह कोहरा छाए रहने जैसी घटना लोगों को हैरत में डाल रही है। दिल्ली समेत उत्तर भारत में इन दिनों तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में तापमान बढ़ने की संभावना जताई है, लेकिन लू चलने जैसी स्थिति नहीं रहेगी।
राजधानी दिल्ली में गुरुवार की सुबह हलका कोहरा छाया रहा। आम तौर पर इस महीने राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में काफी गर्मी रहती है। औसतन अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस रहता है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के मुताबिक 1901 के बाद मई में यह तीसरी सबसे सर्द सुबह रही।
शांत हवा और नमी से बन रही है कोहरे की स्थिति
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हवा में अत्यधिक नमी, शांत हवाओं और दिन तथा रात के तापमान में काफी अंतर की वजह से कोहरे के लिए अनुकूल स्थितियां बनी हैं। हल्के कोहरे में दृश्यता 501 मीटर से 1000 मीटर होती है। सफदरजंग वेधशाला में गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक 30 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
बुधवार को अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस मापा गया जो सामान्य से नौ डिग्री सेल्सियस कम है। शहर में आज अधिकतर स्थानों पर आर्द्रता का स्तर 80 से 100 प्रतिशत के बीच रहा। मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार शुक्रवार से फिर कुछ समय के लिए वर्षा होने की संभावना है।
कोहरे को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने पोस्ट किये हैं। ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा, ‘‘दिल्ली में मई में कोहरा। 40 सालों में पहले मैंने कभी ऐसा नहीं देखा।’’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘‘गर्मियों की सुबह दिल्ली में कोहरा। पिछले साल इसी वक्त हम लू का प्रकोप झेल रहे थे।’’
इन दिनों देश में 80 प्रतिशत से ज्यादा लोग जलवायु परिवर्तन को लेकर सचेत और चिंतित हैं और इसके प्रभाव को कम करने के लिए ऊर्जा नीतियां लाने के पक्ष में हैं। एक नए अध्ययन में यह कहा गया है। ‘येल प्रोग्राम ऑन क्लाइमेट चेंज कम्युनिकेशन’ और ‘सी वोटर इंटरनेशनल’ द्वारा जलवायु परिवर्तन के संबंध में किए गए अध्ययन में देश के प्रतिभागियों को चार श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है। अध्ययन के तहत ‘सचेत’ श्रेणी में 54 प्रतिशत लोग शामिल थे। ‘चिंतित’ श्रेणी में 20 प्रतिशत, ‘सावधान’ श्रेणी में 11 प्रतिशत और अलग श्रेणी में सिर्फ 7 प्रतिशत लोग शामिल हैं।
(भाषा से इनपुट के साथ)