Pollution And Air Quality In Delhi NCR: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण (Pollution) अभी खत्म नहीं हुआ है, हालांकि पहले से बेहतर जरूर हुआ है। ऐसा तमाम तरह के प्रतिबंध लगाए जाने और ऐहतियात बरतने से हुआ है। इसके बावजूद अभी और सतर्कता बरते जाने की जरूरत है। शुक्रवार को वायु गुणवत्ता (Air Quality) ‘‘खराब’’ श्रेणी में रही। दिल्ली में इस मौसम का सबसे कम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 25.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) के अनुसार 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 289 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है। दिनभर आसमान साफ रहा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को इस मौसम की सबसे सर्द सुबह रही और न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम है। ऐसे में जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है।
विभाग ने बताया कि सापेक्षिक आर्द्रता 93 प्रतिशत से 36 प्रतिशत के बीच रही। मौसम कार्यालय ने सुबह आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ कोहरे का अनुमान जताया है। आईएमडी ने बताया कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 26 और 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच एक्यूआई गंभीर माना जाता है।
GRAP के तहत तीसरे चरण के प्रतिबंध लागू करने की जरूरत नहीं
केंद्र के वायु गुणवत्ता आयोग ने शुक्रवार को कहा कि चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्रवाई योजना (GRAP) के पहले और दूसरे चरण के तहत जारी प्रदूषण-रोधी कार्रवाई दिल्ली-एनसीआर में जारी रहेगी और वर्तमान में तीसरे चरण के तहत प्रतिबंधों को लागू करने की कोई आवश्यकता नहीं है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने एक बयान में यह जानकारी दी। वायु गुणवत्ता में सुधार के मद्देनजर सीएक्यूएम ने सोमवार को अधिकारियों को दिल्ली-एनसीआर में जीआरएपी के तीसरे चरण के तहत लागू प्रतिबंधों को रद्द करने का निर्देश दिया था, जिसमें आवश्यक परियोजनाओं के अलावा अन्य निर्माण एवं तोड़-फोड़ गतिविधियों पर प्रतिबंध लागू था।
जीआरएपी के तहत प्रदूषण-रोधी पाबंदियां लागू करने के संबंध में निर्णय लेने वाली उप-समिति ने बुधवार को वायु गुणवत्ता के हालात की समीक्षा की थी। सीएक्यूएम ने बयान में कहा, ‘‘भारत मौसम विज्ञान विभाग/भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान द्वारा प्रदान किए गए पूर्वानुमान के अनुसार, अगले कुछ दिनों में समग्र वायु गुणवत्ता में ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ श्रेणियों के बीच रहने की आशंका है।’’ उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच एक्यूआई गंभीर माना जाता है।
