कोरोना वायरस की मार झेल रहे बिहार के लिए बारिश भी आफत बनकर आई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए उत्तर बिहार के जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। सभी जिलों में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम को तैयार रहने के लिए कहा गया है। राहत व बचाव कार्य के लिए अधिकारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं।
उधर, मौसम विभाग के मुताबिक इस बीच हरियाणा और पंजाब के दक्षिणी इलाके व राजस्थान के ज्यादातर इलाकों मुख्य रूप से शुष्क बने रहेंगे। हालांकि उत्तर-पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है।
इधर हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने आज भारी बारिश की आशंका जताते हुए येलो अलर्ट जारी कर दिया है। शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने 24 जुलाई तक राज्य में बारिश की आशंका जताई है। इसके अलावा निजी एजेंसी स्काईमेट ने बताया कि अगले दो-तीन दिनों में कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र तक बारिश बहुत कम होगी। पश्चिमी मध्य प्रदेश में बारिश कम होगी।
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आपको बता दें कि दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और केरल में लगातार मानसूनी बारिश होती रहेगी। हालांकि तमिलनाडु के ज्यादार इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा। इधर लक्षद्वीप और पुडुचेरी में बारिश की गतिविधियां अच्छी हो सकती हैं। ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मानसून निरंतर सक्रिय रहेगा।।
तेज बारिश और जलभराव से दिल्ली के कई इलाकों में आवागमन प्रभावित हुआ। दिल्ली यातायात पुलिस के मुताबिक सराये काले खां, आश्रम और आईटीओ पर जलभराव से यातायात प्रभावित रहा।
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को भारी बारिश हुई जिससे शहर के निचले इलाकों में जलजमाव हो गया और वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। स्थानीय लोगों ने घरों में घुसते बारिश के पानी और सड़कों पर फंसे हुए वाहनों की तस्वीरें और वीडियो साझा किए। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार और बुधवार को दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पुर्वानुमान जताया था।
असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 87 हो गई है। नेपाल में गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण मंगलवार को बिहार के उत्तरी इलाकों में सैलाब आ गया। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक प्रवक्ता ने बताया कि बल ने मानसून की ऋतु में बाढ़ और भारी बारिश की स्थिति से निपटने के लिए 20 राज्यों में 122 टीमों को तैनात किया है। सर्वाधिक 19 टीमें बिहार में और असम में 12 टीमें तैनात की गई हैं।
उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, बिहार और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में मंगलवार तक मध्य से भारी बारिश होगी। दोपहर में दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश के बाद धूपी खिली नजर आई।बारिश के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कई इलाकों में सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार नजर आई। सड़कों पर जलभराव के चलते यातायात बाधित नजर आया।
दक्षिण-पूर्वी अरब सागर और इससे सटे लक्षद्वीप क्षेत्र पर एक मॉनसून डिप्रेशन बनने की संभावना है। यह मौसमी सिस्टम अरब सागर पर ही उत्तर-पूर्वी दिशा में बढ़ेगा और पश्चिमी तटों को प्रभावित करेगा। सप्ताह के शुरुआती दो तीन दिनों के दौरान गरज के साथ अच्छी बारिश के आसार हैं।
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने मंगलवार को भारी बारिश की आशंका जताते हुए येलो अलर्ट जारी कर दिया है। शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने 24 जुलाई तक राज्य में बारिश की आशंका जताई है।
पिछले 24 घंटों के दौरान देश में सबसे अधिक गर्मी राजस्थान के फलोदी में देखने को मिली जहां अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
राजधानी दिल्ली में बारिश के चलते कई जगहों पर जलभराव हो गया है। जिसके चलते कई इलाकों में ट्रैफिक जाम लाग गया है। आईटीओ, मंडी हाउस, करोल बाग में भी बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया है।
सप्ताह के मध्य तक एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बांग्लादेश पर बन सकता है। सप्ताह के मध्य तक मॉनसून ट्रफ दक्षिण में आएगी और तराई क्षेत्रों में बारिश कम हो जाएगी। बिहार के कई उत्तरी जिलों में बाढ़ का तांडव देखने को मिल सकता है।
संयुक्त राष्ट्र बाढ़ग्रस्त असम में राहत कार्यों के लिए मदद की दरकार होने पर भारत सरकार की सहायता के लिए पूरी तरह तैयार है। असम में बाढ़ के कारण लाखों लोग बेघर हो गए हैं और 100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, ‘हमारे मानवीय कार्यों के लिए हमारे सहयोगियों ने बताया है कि भारत में असम और पड़ोसी देश नेपाल में मानसून की बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण करीब 40 लाख लोग बेघर हो गए हैं और 200 से ज्यादा लोगों की जान गई है।’ उन्होंने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र जरूरत पड़ने पर भारत सरकार की मदद को तैयार है।’ उन्होंने कहा कि नेपाल प्राधिकारियों ने तराई क्षेत्र के निचले इलाकों तथा नदी के तट पर रहने वाले लोगों से बाढ़ के खतरे के कारण सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि असम, बिहार और उप्र में आई भारी बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त है। लाखों लोगों पर संकट के बादल छाए हुए हैं। बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए हम तत्पर हैं। आप अकेले नहीं हो। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं से अपील करती हूं कि प्रभावित लोगों की मदद करने का हर संभव प्रयास करें।
गंगीय पश्चिम बंगाल में अगले दो तीन दिनों तक मानसून बहुत अधिक सक्रिय नहीं होगा। हालांकि झारखंड और इससे सटे कुछ इलाकों में बारिश लगाता होती रहेगी। वर्षा से पूरब से लेकर पश्चिम तक उत्तर प्रदेश व्यापक रूप से प्रभावित होने वाला है। अनुमान है कि तराई वाले इलाकों में मूसलाधार बारिश होगी। इधर असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में मूसलाधार बारिश अगले तीन दिनों तक प्रभावी रहेगी।
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरी कोंकण गोवा, गुजरात, तेलंगाना तमिलनाडु और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने के आसार हैं।
बिहार में सुबह जगह-जगह बारिश हुई। इससे शहरी इलाकों में जल-जमाव की समस्या भी खड़ी हो गई। पटना के राजेंद्र नगर, कदमकुआं, कंकड़बाग सहित कई इलाकों में घरों में भी पानी घुस गया। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए 15 दिनों के लिए लगाए गए लॉकडाउन पर भी बारिश का असर दिखा। जो इक्का-दुक्का लोग सड़कों पर दिखते थे, वे भी नहीं दिखे।
मौसम वैज्ञानिक का बताना है कि हिमालय के काफी नजदीक मानसूनी रेखा रहने के कारण इतनी वर्षा हो रही है। पिछला रिकॉर्ड देखा जाए तो वर्ष 2017 में एक दिन में 157 मिलीमीटर वर्षा हुई थी। वहीं, वर्ष 2010 के जुलाई में 129 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई थी। लेकिन वर्ष 2020 के जुलाई ने पिछले सभी रिकार्ड को तोड़ दिया है। मौसम वैज्ञानिक का बताना है कि दो दिनों तक अभी पुरबा हवा चलेगी एवं गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है। सोमवार को अधिकतम तापमान 29.2, एवं न्यूनतम तापमान डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कुछ स्थानों पर अगले दो दिन में भारी बारिश हो सकती है। इसमें कहा गया कि दिल्ली के शेष इलाकों तथा इर्दगिर्द के क्षेत्रों में मध्यम बारिश का अनुमान है।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सोमवार को हल्की से तेज बारिश हुई। अलग अलग स्थानों पर गरज के साथ बिजली भी कड़की। पश्चिम बंगाल के झारग्राम में सोमवार को आकाशीय बिजली गिरने से पांच व्यक्तियों की मौत हो गई। इसके साथ दोपहर में तेज बारिश भी हुई। हरियाणा और पंजाब में सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहा। दोनों राज्यों की साझी राजधानी चंडीगढ़ में हल्की बारिश हुई और अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हरियाणा के हिसार में नौ मिमी बारिश दर्ज की गई तो अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे में झमाझम बारिश हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक घर्मशाला में 62 मिमी बारिश दर्ज की गई। मनाली में 28 मिमी, नैना देवी में 26 मिमी, नाहन में 23 मिमी और पालमपुर में 17 मिमी बारिश हुई है। विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक नूरपुर और धर्मपुर में नौ-नौ मिमी बारिश हुई है। जोंगिंदरनगर में सात मिमी, राजगढ़ और कोठी में छह मिमी, बिलासपुर में चार मिमी तथा केलांग में तीन मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
पश्चिम बंगाल के झारग्राम जिले में सोमवार को बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई और 27 अन्य जख्मी हो गए। वहीं देश में कई स्थानों पर बारिश हुई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में अगले दो दिन के दौरान भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। विभाग ने अपने मौसम पूर्वानुमान में कहा कि दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में अगले दो दिन के दौरान भारी बारिश का अंदेशा है।
असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बाढ़ में एक और व्यक्ति की जान चली गई, जिससे राज्य के 24 जिलों में 24 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, कामरूप महानगर जिले में गुवाहाटी के पास सोनापुर में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
सोमवार को भागलपुर सहित आसपास के जिलों में सुबह से बारिश हो रही है। झमाझम बारिश से जनजीवन बेहाल हो गया है। हालांकि लॉकडाउन होने की वजह से ज्यादातर लोग पहले से ही घर पर हैं। इस बारिश से किसानों को खेती करने में राहत मिलेगी। वहीं, बारिश के साथ-साथ वज्रपात की घटना में घट रही है।
उत्तराखंड को फिलहाल बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और टिहरी के कुछ इलाकों में भारी बारिश की आशंका है। इस बीच दुश्वारियों का दौर बना हुआ है। चमोली में बदरीनाथ हाईवे दो स्थानों पर बंद है।
असम में बाढ़ की स्थिति खराब होती जा रही है। बाढ़ के चलते राज्य में और पांच लोगों की मौत हो गई है। बारपेटा, बकसा, धुबरी, मोरीगांव और नगांव जिले में एक-एक मौत हुई है। बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 110 हो गई है। राज्य के 33 में से 24 जिलों में बाढ़ से 25 लाख से ज्यादा आबादी प्रभावित हुई है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि दिल्ली एनसीआर में बारिश का मौसम अभी अगले दो दिन ऐसे ही बने रहने की संभावना है यानी मंगलवार को भी दिनभर बादल छाए रहेंगे और कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हो सकती है। स्काईमेट वेदर के पूर्वानुमान के मुताबिक, मंगलवार को भी दिन भर बादल छाए रहेंगे। सुबह और शाम के समय ठीक ठाक बारिश होने की संभावना है। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 35 और 26 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार रविवार को पंजाब के कई जिलों में मानसून जमकर बरसा। पटियाला, अमृतसर व पठानकोट में सुबह से लेकर देापहर के बीच अच्छी खासी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार चंडीगढ़ के अनुसार अमृतसर में 22.7, पठानकोट में 36,कपूरथला में 12.5, चंडीगढ़ में 0.6, पटियाला में 0.5 व लुधियाना में 5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
दक्षिण-पश्चिमी मानसून को हरियाणा में आए करीब 20 दिन से अधिक का समय बीत चुका है। इसके बावजूद कई बार मानसून सक्रिय होकर कमजोर पड़ गया। अब मानसूनी हवा सामान्य स्थिति में पहुंच रही है। यही कारण है कि रविवार सुबह प्रदेश में कई स्थानों में बारिश हुई। रविवार को सबसे अधिक हिसार में 36.5 एमएम बारिश दर्ज की गई। सुबह बारिश से तापमान तो कम हुआ साथ दोपहर को आद्रता ने लोगों को गर्मी का अहसास कराया।
बिहार में बाढ़ के पानी में डूबने से आठ की मौत हो गई। वहीं राज्य में रविवार को तेज बारिश के दौरान व्रजपात से चार महिलाओं समेत 14 लोगों की जान गई है। पूर्णिया जिले के धमदाहा में मरने वालों में एक ही परिवार के तीन लोग शामिल हैं।
मौसम विभाग ने आगामी सप्ताह में रोज बारिश होने का अनुमान लगाया है। कई दिनों से जारी उमस के बीच रविवार सुबह गोंडा और बहराइच में बादलों ने राहत बरसाई। गोंडा में 17 मिमी. और बहराइच में 8 मिमी. बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए। बहराइच में एल्गिन बांध पर घाघरा खतरे के निशान से 16 सेंमी. ऊपर पहुंच गई जबकि गोंडा में नदी की धारा 9 सेंमी. ऊपर बह रही है।
उत्तर प्रदेश में भीषण उमस के बीच कुछ जिलों में रिमझिम तो कुछ जगह झमाझम बादल बरसे। इसके चलते नदियों के बढ़ रहे जलस्तर ने तटवर्ती इलाकों में आबादी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जोरदार बारिश से बलरामपुर में राप्ती नदी खतरे के निशान को पार कर गई है।
भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम और पड़ोसी देश नेपाल में मानसूनी बारिश के चलते आई भीषण बाढ़ से लगभग चालीस लाख लोग विस्थापित हुए हैं। रविवार को जारी हुए आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि इस दौरान दर्जनों लोग लापता हो गए और कम से कम 210 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि चीन के तिब्बत, भारत और बांग्लादेश से होकर बहने वाली ब्रह्मपुत्र नदी ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया। इससे भूस्खलन हुआ और लाखों लोग विस्थापित हो गए। क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर
असम में पांच और लोगों की मौत के साथ बाढ़ संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या 84 हो गई है। राज्य में बाढ़ एवं भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या 110 हो गई है। आधिकारिक बुलेटिन में बताया गया कि राज्य के 33 जिलों में से 24 जिलों के करीब 25.29 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद, मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, हापुड़ के अलावा मध्य यूपी के जालौन, झांसी, ललितपुर और हमीरपुर में अच्छी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश में अगले तीन दिन में अच्छी बारिश के आसार हैं। विभाग ने बताया कि असम तथा मेघालय में अगले तीन दिन में तथा बिहार में अगले 24 घंटे में भारी बारिश हो सकती है।