Sisamau Bypolls: उत्तर प्रदेश उपचुनाव को लेकर वोटों की गिनती जारी है। हालांकि, भाजपा छह सीटों पर आगे चल रही है। जिन सीटों पर बीजेपी आगे चल रही है उनमें- कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, फूलपुर,कटहरी और मझावां सीट शामिल हैं। समाजवादी पार्टी की बात करें को सपा करहल सीट से बढ़त बनाए हुए है, जबकि सीसामऊ सीट से सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने बीजेपी प्रत्याशी सुरेश अवस्थी हरा दिया है
हार के बाद बीजेपी प्रत्याशी सुरेश अवस्थी का पहला बयान भी सामने आ गया है। अपनी हार के पीछे सुरेश अवस्थी ने हिंदू वोटरों के विभाजन को वजह बताया है।
बीजेपी प्रत्याशी सुरश अवस्थी ने कहा कि कहीं न कहीं हिंदू वोटरों को लेकर जो हम लोग सोच रहे थे कि हिंदू वोटरों में बंटवार नहीं होगा, लेकिन हिंदू वोटों में बंटवारा हुआ है। यही हमारी हार का सबसे बड़ा कारण रहा है। उन्होंने कहा कि अंग हिंदू वोटों में बंटवारा नहीं होता तो हमारी जीत तय थी।
सीएम योगी के बटेंगे तो कटेंगे के नारे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में सुरेश अवस्थी ने कहा कि हम इस विषय पर कुछ नहीं कह सकते हैं।
8 हजार से ज्यादा वोटों से हारे सुरेश अवस्थी
सपा की प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने भाजपा के सुरेश अवस्थी को 8 हजार से ज्यादा के वोटों के अंतर से हरा दिया है। यह लगातार तीसरी बार है जब सुरेश अवस्थी को हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा ने सीसामऊ सीट पर ब्राह्मण-दलित मतदाताओं को साधने के लिए सुरेश अवस्थी को मैदान में उतारा था लेकिन उसका यह दांव कामयाब नहीं हो पाया।
सुरेश अवस्थी का राजनीतिक सफर
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भी सुरेश अवस्थी सीसामऊ सीट से इरफान सोलंकी के खिलाफ मैदान में उतरे थे। 2022 में उन्होंने सीट बदली और आर्य नगर से पर्चा भरा। दोनों ही चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अवस्थी का सीट बदलने का भी पैंतरा काम नहीं आया। जाजमऊ आगजनी में दोषी ठहराए गए इरफान सोलंकी की विधायकी गई तो सीसामऊ सीट पर उपचुनाव कराए गए। भाजपा ने अवस्थी पर एक बार फिर भरोसा जताया लेकिन अवस्थी कोई कमाल नहीं कर सके।
छात्र राजनीति से अपना सियासी करियर शुरू करने वाले सुरेश अवस्थी भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं में से एक रहे हैं। उन्होंने पार्टी की जिला कमिटी से शुरुआत की थी। वह क्षेत्र में भाजपा के महामंत्री भी रहे। कानपुर में परिवर्तन यात्रा की जिम्मेदारी भी भाजपा ने उन्हें सौंपी थी। साल 2017 में पहली बार सुरेश अवस्थी को भाजपा से चुनाव लड़ने का मौका मिला, लेकिन सपा के इरफान सोलंकी ने उन्हें 5 हजार 826 वोटों से हरा दिया। उन्हें 67 हजार 204 वोट मिले थे।