तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता अनुब्रत मंडल (Anubrata Mondal) कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे। वहां लोगों ने उनका ‘चोर चोर’ के नारों से स्वागत किया गया। इससे पहले अनुब्रत मंडल स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पशु तस्करी के एक मामले में सीबीआई के समन पर हाजिर नहीं हुए थे।
सीबीआई की नोटिस पर नहीं हुए हाजिर: अनुब्रत मंडल इलाज के लिए एसएसकेएम अस्पताल गये थे। जहां अस्पताल ने उन्हें सूचित किया कि उनकी शारीरिक स्थिति ठीक है और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है। घर से इलाज जारी रहेगा। बीरभूम के टीएमसी जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल फिर CBI के सामने हाजिर नहीं हुए। यह नौवीं बार था, जब वह सीबीआई की नोटिस पर नहीं गये।
अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं: सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिलाध्यक्ष मंडल को पांच अगस्त को सोमवार को पेश होने के लिए तलब किया था। जब उन्होंने स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत की, तो स्वास्थ्य जांच करने के लिए एसएसकेएम अस्पताल में सात सदस्यीय चिकित्सा दल का गठन किया गया। डॉक्टरों की टीम ने पाया कि अस्पताल में भर्ती होने की कोई आवश्यकता नहीं थी। वहीं सोमवार (8 अगस्त) को उनके बॉडीगार्ड सहगल हुसैन का नाम सीबीआई ने मवेशी तस्करी मामले की चार्जशीट में शामिल किया।
इससे पहले भी मंडल से केंद्रीय एजेंसी अपनी जांच के तहत दो बार पूछताछ कर चुकी है। पशु तस्करी मामले में सीबीआई ने हाल के दिनों में जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की है। जांच एजेंसी ने मंडल के बॉडीगार्ड सहगल हुसैन को भी गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने कहा गुमराह कर रहे: सीबीआई की ओर से जो नोटिस भेजा गया था, उसमें सोमवार (8 अगस्त) को सुबह 11 बजे अनुब्रत मंडल को निजाम पैलेस स्थित सीबीआई दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि इससे पहले पशु तस्करी से जुड़े कई सवाल अनुब्रत मंडल से पूछे गये थे। सवालों के जवाब में अणुव्रत मंडल ने जिन तथ्यों की जानकारी दी थी, जांच में उनमें से अधिकतर गलत निकले। यहां तक कि अनुब्रत ने अब तक जो भी बयान दिया है, उससे यह साफ है कि वह सीबीआई को गुमराह कर रहे हैं।