झारखंड लोकतांत्रिक मोर्चा के नेता सूर्या हांसदा की हत्या हो गई है। झारखंड पुलिस के मुताबिक हांसदा उनकी कस्टडी से भागने की कोशिश कर रहा था। उस कोशिश में एनकाउंटर शुरू हुआ और सूर्या हांसदा को गोली लगी। बताया जा रहा है कि रविवार को सूर्या को देवघर से गोड्डा लेकर जाया जा रहा था। गोलीबारी की घटना को लेकर पुलिस ने उसे पहले गिरफ्तार किया था।

हांसदा एनकाउंटर क्या है?

इस एनकाउंटर को लेकर हांसदा की पत्नी और मां ने पुलिस पर ही गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके मुताबिक पुलिस ने एक तय रणनीति के तहत इस एनकाउंटर को अंजाम दिया। अभी के लिए पत्नी और मां ने सूर्या के शव को स्वीकार नहीं किया है। वहीं पुलिस की थ्योरी माने तो हांसदा पर कई केस दर्ज थे। पिछले महीने ही पहाड़पुर इलाके में गोलीबारी को लेकर उसके खिलाफ शिकायत दर्ज हुई थी। इसके अलावा साहिबगंज में जो ट्रक को आग के हवाले किया गया था, वहां भी उसका नाम सामने आया।

पुलिस ने हांसदा एनकाउटर पर क्या बोला?

घटना को लेकर गोड्डा के एसपी मुकेश कुमार का बयान भी आया है। वे कहते हैं कि पूछताछ के दौरान हांसदा ने बताया था कि गोड्डा के जिरली-धामनी पहाड़ियों में हथियार छुपाये गए थे। जब उसे वहां पर लेकर गए, तो उसके कुछ साथी पहले ही छिपे हुए थे। उन्होंने पुलिस पर अचानक से गोलीबारी शुरू कर दी। इस भगदड़ वाली स्थिति में हांसदा ने एक हथियार पुलिस से छीन लिया और वहां से भागने की कोशिश की। उसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी हुई जो करीब आधे घंटे तक चली। उसी जवाबी कार्रवाई में हमने हांसदा को गोली मारी।

हांसदा की मां का क्या आरोप है?

गोड्डा एसपी ने यह भी बताया कि हांसदा कई दूसरे अपराध में भी शामिल था। उसने एक डीएसपी का हाथ भी तोड़ा था। पुलिस की तरफ से जोर देकर बोला गया कि NHRC की गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन किया गया। लेकिन हांसदा की मां कहती हैं कि पुलिस वाले प्लेन कपड़ों में आए थे और उसे उठा ले गए।