लखनऊ के इंस्पेक्टर तेज प्रकाश सिंह को उनकी पोस्ट से हटा दिया है। बता दें कि सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें इंस्पेक्टर इंस्पेक्टर तेज प्रकाश सिंह के पैर एक बुजुर्ग महिला छू रही है और अपने पोते की मौत की एफआईआर लिखाने की बात कर रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद अधिकारियों ने जांच करते हुए तेज प्रकाश को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

कहां का है मामला: दरअसल पूरा मामला लखनऊ के गुडम्बा थाना के इंस्पेक्टर तेज प्रकाश सिंह से जुड़ा है। जिनके पास बुजुर्ग महिला ब्रह्मा देवी अपने पोते की मौत की एफआईआर लिखवाने के लिए आईं थी। बुजुर्ग महिला ने हाथ जोड़ते हुए न्याय की बात कही। लेकिन जब कोई आश्वासन नहीं मिला तो महिला ने इंस्पेक्टर के पैर पकड़ लिए, लेकिन बावजूद इसके इंस्पेक्टर तेज प्रकाश सिंह को कोई फर्क नहीं पड़ा और वो अपनी कुर्सी पर आराम फरमाते रहे। इतना सब होने के बाद भी इंस्पेक्टर तेज प्रकाश सिंह ने महिला को कोई आश्वसान नहीं दिया। ये पूरा वाक्या वहां मौजूद किसी शख्स ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बादा आला अधिकारियों ने तेज प्रकाश को उनकी पोस्ट से हटा दिया।

किस बात की एफआईआर करवाना चाहती थी बुजुर्ग महिला: जानकारी के मुताबिक ब्रह्म देवी का पोता आकाश यादव एक प्लाईवुड की फैक्ट्री में काम करता था। इस प्लाईवुड फैक्ट्री के मालिक का नाम अजय गुप्ता है। उस फैक्ट्री में काम करते वक्त मशीन की वजह से आकाश की मौत हो गई। जिसके बाज अजय यादव के खिलाफ कार्रवाई की शिकायत और मुआवजे की मांग के लिए ब्रह्मा देवी थाने पहुंची थीं। ब्रह्मा देवी सहित बाकी लोगों का भी कहना रहा है कि जिन मशीनों पर अजय यादव काम करवाता था वो काफी ज्यादा पुरानी और आउटडेटिड थीं। जिन्हें रिपेरिंग की सख्त जरूरत थी। लेकिन मशीन से क्रश होकर आकाश यादव की मौत हो गई।

एफआईआर हुई दर्ज: वीडियो वायरल होने के बाद तेज प्रकाश को उनकी पोस्ट से हटा दिया गया और साथ ही दूसरे सीनियर अफसर को इस केस को देखने की जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि इस मामले की एफआईआर हो चुकी है। वहीं घटना के बाद से फैक्ट्री मालिक अजय यादव फरार है।

राजनाथ सिंह ने दिया था थाने को अवार्ड: बता दें कि ये वहीं थाना है जिसे हाल ही में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के टॉप 3 थानों में शुमार किया था। गौरतलब है कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो ने देशभर के थानों के निरीक्षण और अध्ययन के बाद यह ग्रेडिंग की थी।