पश्चिम बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर जिले के रामनगर में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं के बीच बुधवार को झड़प में कई लोग घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा की तरफ रामनगर इलाके में एक रैली निकली गयी थी। आरोप यह है कि इस रैली के ऊपर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने अचानक हमला कर दिया। साथ ही कहा यह भी जा रहा है कि यह झड़प हाल ही में भाजपा में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी के समर्थकों और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच हुई है।
पुलिस ने बताया कि पूर्व मेदिनीपुर के रामनगर इलाके में भाजपा की रैली जब तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय के सामने से गुजर रही थी तब यह घटना घटी। साथ ही पुलिस ने यह भी बताया कि पहले एक राजनीतिक दल के लोगों ने दूसरे कार्यकर्ताओं के ऊपर हमला किया जिसके बाद दोनों तरफ से झड़प शुरू हो गयी।
वहीं भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की है। हालांकि तृणमूल ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि पहले भाजपा के लोगों ने उनके कार्यालय में तोड़ फोड़ की और उनके कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की। वहीं मेदिनीपुर पुलिस ने कहा कि अब स्थिति नियंत्रण में है और दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प को भी शांत कर दिया है और भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया है।
दरअसल पश्चिम बंगाल में हो रही राजनीतिक हिंसा की घटनाएं आये दिन देखने और सुनने को मिलती हैं। अभी इसी महीने की 6 तारीख को दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में काफी हिंसक झड़पें हुई थीं और कई लोग घायल हो गए थे। जिसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि पश्चिम बंगाल में कानून का राज समाप्त हो चुका है। अब गुंडों का राज है। हमने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सूचना दे दी है और हमारी मांग है कि राज्य में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए।
ज्ञात हो कि पिछले हफ्ते ही शुभेंदु अधिकारी तृणमूल छोड़ कर अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए थे। तृणमूल सरकार में शुभेंदु कद्दावर मंत्रियों की लिस्ट में शामिल थे।
