सबरीमाला मंदिर में 50 वर्ष से कम उम्र की बिंदु अमीनी और कनका दुर्गा नामक दो महिलाओं के प्रवेश के बाद केरल में लगातार हिंसा भड़की हुई है। पुलिस अब तक 1700 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसके बावजूद 10 महिलाओं ने भगवान अयप्पा के दर्शन कर लिए हैं। यह दावा केरल पुलिस ने किया है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
हमने अन्य महिलाओं के लिए साफ किया रास्ता : कनका दुर्गा ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘‘मुझे पता था कि मेरा जिंदगी को खतरा हो सकता है, लेकिन मैं फिर भी मंदिर में जाना चाहती थी। हमने उन महिलाएं के लिए रास्ता आसान कर दिया है, जो भगवान अयप्पा के दर्शन करना चाहती हैं। इस पर हमें गर्व है।’’ बिंदु ने कहा, ‘‘हम मंदिर में इसलिए गए, क्योंकि यह हमारा संवैधानिक अधिकार है। यह भक्ति के साथ-साथ लैंगिक समानता के बारे में भी है। मेरा परिवार भी मेरे मंदिर जाने के विरोध में था।’’
केरल पुलिस का दावा- अब तक 10 महिलाओं ने किए दर्शन : केरल पुलिस की विशेष ब्रांच ने दावा किया है कि एक जनवरी से अब तक करीब 10 महिलाएं मंदिर के दर्शन कर चुकी हैं। इनमें तीन महिलाएं मूल रूप से तमिलनाडु की हैं, लेकिन मलेशिया से हैं। पुलिस ने यह दावा वीडियो फुटेज के आधार पर किया है। उनका कहना है कि इन महिलाओं की जानकारी ले ली गई है। जरूरत पड़ने पर उन्हें कोर्ट के सामने भी पेश किया जा सकता है। पुलिस का कहना है कि तीनों मलेशियन महिलाओं ने कनका और बिंदु के मंदिर में प्रवेश से एक दिन पहले दर्शन किए थे। उन महिलाओं ने भी दावा किया कि वे 50 साल से कम की पहली ऐसी महिलाएं हैं, जिन्होंने मंदिर में प्रवेश किया है।
28 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने हटाया था प्रतिबंध : सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर को ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए रजस्वला आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया था। लाखों लोगों ने इस फैसले का विरोध किया था। वहीं, मंदिर प्रशासन ने भी कोर्ट का आदेश मानने से इनकार कर दिया था। कई महिलाओं ने इस फैसले के बाद भी मंदिर में प्रवेश की कोशिश की, लेकिन अयप्पा श्रद्धालुओं ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया था।