राज्यसभा सांसद विजय गोयल के नेतृत्व में ‘लोक अभियान’ और अन्य स्वयंसेवी संगठनों ने शनिवार को राजघाट से इंडिया गेट तक देश की एकता और अखंडता को भंग करने वाले बयानों और अभिनेता आमिर खान की टिप्पणी के विरोध में ‘मजबूत भारत’ साइकिल रैली निकाली। इसमें भारी संख्या में दिल्ली के साइकिल सवारों ने भाग लिया।

गोयल ने कहा कि देश में असहनशीलता का माहौल नहीं है, बल्कि बनाया जा रहा है। फिल्म एक्टर आमिर खान ने पहले तो यह कहकर सनसनी बना दी कि उनकी पत्नी उनसे कह रही है कि क्या हमें भारत छोड़ देना चाहिए, क्योंकि छह महीने में लोगों में डर और असुरक्षा की भावना बढ़ी है। उसके बाद अपने भारतीय होने पर गर्व का सर्टिफिकेट देते हुए वे घूम रहे हैं। यही बात अवार्ड वापस करने वाले उन तथाकथित बुद्धिजीवियों के बारे में भी है, जिन्हें ये अच्छी तरह से पता है कि जब एक बार मान-सम्मान मिल जाता है तो खाली पदक वापस करने से वह मान-सम्मान वापस नहीं होता है।

गोयल ने साइकिल सवारों को संबोधित करते हुए कहा कि आमिर को अभी ही छह महीने नजर क्यों आ रहे हैं, जब मुंबई में बम ब्लास्ट हुए, जब 26/11 के दिन आतंकवादियों का हमला हुआ, जब 1984 के दंगे हुए, जब ट्रेन में बम ब्लास्ट हुए, जब जम्मू कश्मीर में रोज आतंकवादी हमले करते हैं, तब उनको असहनशीलता क्यों नहीं दिखाई दी?

रैली में भाग लेने आए लोगों का कहना था कि उनका मन आमिर खान के उस बयान से आहत है, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी ने उन्हें किसी और देश में बसने की सलाह दी है, क्योंकि उनका कहना है कि भारतीय असहनशील हो गए हैं। उनका कहना था कि आमिर खान को इस देश के हर नागरिक ने सम्मान स्नेह दिया है। उनको देश का हीरो बनाया है। अगर किसी के मन में जरा सी भी असहनशीलता होती तो वो इस मुकाम पर नहीं पहुंच सकते थे। ये उनका अपने प्रशंसकों पर और इस देश की भारतीयता और अखंडता पर प्रहार है। इसका वो पुरजोर विरोध करते हैं।