शुक्रवार 25 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल पहुंचे। राज्य के वीरभूम पहुंचे पीएम का हेलीपैड पर सीएम ममता बनर्जी ने बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया। स्वागत करने हेलीपैड की तरफ बढ़ रही ममता बनर्जी के साथ एक मजेदार वाकया हुआ। हुआ यूं कि ममता बनर्जी पीएम का स्वागत करने उनके विमान तक तेजी से आ रही थीं। हालांकि नरेंद्र मोदी विमान से उतरकर कुछ दूर पैदल चल चुके थे। इसी दौरान पीएम मोदी ने देखा कि हैलिपैड के पास ही कीचड़ पड़ा हुआ है। पीएम मोदी ने तेजी से आगे बढ़कर हाथ के इशारे से ममता बनर्जी को रुकने का इशारा किया। हालांकि ममता बनर्जी रुकी नहीं, लेकिन उन्होंने कीचड़ देख, अपना रास्ता बदल लिया।
#WATCH PM Narendra Modi arrives in Shanti Niketan to attend the convocation of Visva Bharati University, received by West Bengal CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/dnDE1pZmyf
— ANI (@ANI) May 25, 2018
वहीं एक और मजेदार वाकया शांति निकेन में हुआ। यहां ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के लिए राज्य के गवर्नर केशरीनाथ त्रिपाठी को लगभग धक्का देते हुए किनारे किया। ये पूरा मामला कैमरे में कैद हो गया। दरअसल हुआ ये कि शांति निकेतन में पीएम नरेंद्र मोदी, राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी और सीएम ममता बनर्जी फोटो सेशन में पहुंचे। इसी दौरान गवर्नर केसरीनाथ त्रिपाठी बार बार पीएम मोदी के आगे आ जा रहे थे। तभी सीएम ममता बनर्जी ने लगभग धक्का देते हुए पीएम मोदी के आगे से गवर्नर को हटा दिया। हालांकि सीएम ममता बनर्जी के हावभाव से ऐसा लगा कि ऐसा उन्होंने मजाकिया अंदाज में किया। उनके चेहरे पर मुस्कुराहट साफ झलक रही थी।
बता दें कि यहां विश्व भारती विश्वविद्यालय के 49वें दीक्षांत समारोह को पीएम मोदी ने संबोधित किया। पीएम बनने के बाद मोदी का शांति निकेतन का यह पहला दौरा था। पिछले दीक्षांत समारोह में साल 2008 में पीएम मनमोहन सिंह शामिल हुए थे। रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित इस विश्वविद्यालय का यह पांच साल में पहला दीक्षांत समारोह है। इस मौके पर बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी मौजूद रहीं। इस मौके पर शांति निकेतन में बांग्लादेश भवन का भी उद्घाटन हुआ। यह भारत-बांग्लादेश के सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है, जिसे 25 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। नरेंद्र मोदी और शेख हसीना के बीच 37 दिन में यह दूसरी मुलाकात है, इससे पहले दोनों नेताओं के बीच 18 अप्रैल को कॉमनवेल्थ समिट के दौरान लंदन में द्विपक्षीय बातचीत हुई थी।

