यूपी के सीतापुर जिले के एक सरकारी स्कूल में बच्चों को मिडडे मील में कथित तौर पर हल्दी-पानी का घोल दिए जाने का वीडियो वायरल होने पर हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी को मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) को मौके पर जाकर जांच करने तथा बच्चों और अध्यापकों का बयान लेने का निर्देश दिया। हालांकि पूरे मामले में स्कूल के अध्यापकों का कहना है कि बचे हुए खाने का साजिशन वीडियो बनाकर स्कूल वालों को बदनाम किया जा रहा है। डीएम के निर्देश पर शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर गए।

वीडियो वॉयरल हुआ तो मचा हंगामा मामला सीतापुर जिले के बिछपरिया प्राथमिक विद्यालय का है। बताया जा रहा है कि स्कूल के बच्चे दोपहर में जब मिडडे मील के लिए गए तो उन्हें दाल के नाम पर सिर्फ हल्दी पानी का घोल दिया गया। इस दौरान किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। मामला आगे बढ़ा तो कई लोगों ने जिला प्रशासन से इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

National Hindi News, 13 October 2019 Top Headlines Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक

डीएम ने बीएसए के नेतृत्व में जांच टीम स्कूल भेजी  सूचना जिलाधिकारी तक पहुंची तो उन्होंने फौरन शिक्षा विभाग के अधिकारियों को तलब किया और बीएसए के नेतृत्व में एक टीम बनाकर स्कूल भेजा। बेसिक शिक्षा अधिकारी स्कूल में बच्चों का बयान लिए। बाद में उन्होंने स्कूल के प्रधानाध्यापक और अन्य अध्यापकों तथा मिडडे मील बनाने वाले लोगों का भी बयान लिया। मामले की रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। उसके बाद ही इसकी सच्चाई सामने आएगी।

शिक्षकों ने कहा साजिशन फंसाया जा रहा  दूसरी तरफ प्राथमिक विद्यालय बिछपरिया के शिक्षकों का कहना है कि यह एक साजिश के तहत किया गया है। उनका कहना है कि मिडडे मील में सब्जी और चावल बना था। दाल तो बनी ही नहीं थी। बचे हुए खाने का वीडियो बनाकर स्कूल वालों को परेशान करने की नियत से यह सब ड्रामा किया गया है। हालांकि मामले की अभी जांच चल रही है। मिडडे मील को लेकर पहले भी शिकायतें आती रही हैं। शासन स्तर पर इसको लेकर कई बार सख्ती भी बरती गई है।