बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा। अनावरण के दौरान पहले उनसे रिमोट नहीं चला, जबकि आगे बोलने के दौरान माइक धोखा दे गया। न केवल सीएम बल्कि मंच पर मौजूद अन्य मेहमान और अधिकारी भी इसके चलते परेशान नजर आए। लोगों ने रिमोट चलाने और माइक चालू कराने में उनकी मदद भी करनी चाही। पर रिमोट और माइक नहीं चले।
यह मामला सूबे की राजधानी पटना से जुड़ा है, जहां पुलिस मुख्यालय की नई इमारत का उद्घाटन समारोह हो रहा था। मुख्य अतिथि के रूप में सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम सुशील मोदी समेत अन्य मेहमानों को बुलाया गया था। सीएम-डिप्टी सीएम वहां मंच पर कुछ अधिकारियों के साथ उपस्थित थे, जबकि नीचे दर्शक मौजूद थे।
देखिए घटना के दौरान क्या हुआ था-
अनावरण के लिए सीएम को एक रिमोट दिया गया, जिससे शिलापट पर लगा पर्दा अपने आप हटना था। मगर रिमोट वहां काम ही नहीं आया। सीएम बार-बार रिमोट के बटन दबा रहे थे। पर पर्दा हिला भी नहीं। मंच पर यह आलम देख सब हैरान रह गए। हालांकि, बाद में एक अधिकारी ने हाथ से पर्दा हटाया।
कार्यक्रम में इसके बाद नीतीश एक बार और परेशान हुए। मंच पर उन्हें बोलने के लिए माइक दिया गया था। वह भी ऐन मौके पर उन्हें दगा दे गया। वह माइक चला ही नहीं। सीएम ने उस दौरान उसका भी बटन ऑन-ऑफ कर के देखा, उसमें ठोंका-पीटी की। हेलो-हेलो बोले, फिर भी बात नहीं बनी।
आपको बता दें कि लगभग 100 साल के बाद यहां पर पुलिस मुख्यालय भवन आलिशान हुआ है। नए पुलिस मुख्यालय का नाम सरदार पटेल भवन रखा गया है, जिसको तैयार करने में तकरीबन 325 करोड़ रुपए की लागत आई है। वहीं, सीएम ने बोधगया में बनने वाले महाबोधि कन्वेंशन सेंटर के कार्यक्रम की शुरुआत यहां नोड वन स्थित कृषि फार्म में की।