उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्विटर पर रिक्शा चलाते एक CTET पास युवक का वीडियो शेयर किया है। इसके साथ उन्होंने लिखा कि 60 लाख स्वीकृत पद खाली हैं और एक CTET पास नौजवान रिक्शा चलाने के लिए मजबूर है।
वरुण गांधी ने सोमवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक युवक का वीडियो शेयर कर लिखा, “कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता। पर दुःख होता है जब एक कुशल एवं शिक्षित व्यक्ति को योग्यता और क्षमता के अनुरूप रोजगार का अवसर नहीं मिलता। जब देश में 60 लाख से अधिक ‘स्वीकृत पद’ खाली पड़े हैं, तब CTET पास यह नौजवान रिक्शा चलाने को मजबूर है यह हमारी संसद की ‘संयुक्त असफलता’ है।”
वीडियो में देख सकते हैं कि युवक ने खुद अपने ई-रिक्शा पर लिख रखा है ‘CTET पास रिक्शा वाला’। इससे पहले भी वरुण गांधी ने रेलमंत्री को पत्र लिखकर रेलवे की आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षाओं के दौरान अभ्यर्थियों को होने वाली समस्याओं के संबंध में कुछ सुझाव दिए थे।
रेलमंत्री को लिखा था पत्र: सांसद ने रेलमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा कि रेलवे की आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षाएं प्रारंभ होने जा रही हैं। जिसमें देश के कई लाख युवा सम्मिलित होंगे। कई अभ्यार्थियों ने उनसे संपर्क किया है। पहले तो मैंने अपने सीमित संसाधनों से लोगों की सहायता करने की कोशिश की लेकिन इन अभ्यार्थियों से बात कर मुझे समझ आया कि इस समस्या के कई पहलू हैं और उनके समाधान के लिए सरकारी तंत्र की आवश्यकता होगी।
इसके साथ ही सांसद ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को टैग कर ट्वीट किया, “आदरणीय अश्विनी वैष्णव जी, RRB-NTPC की परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों की समस्याओं पर मेरे कुछ सुझाव – जिसमें रेल किराया में रियायत, अतिरिक्त बोगी का प्रबंध एवं परीक्षा केन्द्र की दूरी पत्र के माध्यम से प्रेषित किए गए हैं। उम्मीद है कि आप इस विषय पर विवेकपूर्ण निर्णय लेंगे।”
प्रतियोगी छात्रों को लेकर सरकार पर निशाना: वरुण गांधी ने इससे पहले भी प्रतियोगी परीक्षार्थियों को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। पिछले महीने ट्वीट कर उन्होंने लिखा था कि प्रतियोगी छात्रों का जीवन बीते कुछ सालों से एक लंबे संघर्ष की दास्तां बन चुका है। छात्र अब सिर्फ पढ़ाई नहीं करता, अपने हक की लड़ाई खुद लड़ता है। उन्होंने आगे लिखा था कि बिना कारण रिक्त पड़े पद, लीक होते पेपर, सिस्टम पर हावी होती शिक्षा माफिया, कोर्ट कचहरी से छात्रों की उम्मीद टूट रही है।