कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम मंत्री हरीश रावत ने राम मंदिर को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी अगर सत्ता में आती है तो वह अयोध्या में राम मंदिर बनाने का पूरा प्रयास करेगी। रावत ने कहा कि केवल कांग्रेस पार्टी ने ही सत्ता में रहते हुए दो बार राम मंदिर बनाने के गंभीर प्रयास किये हैं। साथ ही उन्होंने बीजेपी पर राम मंदिर मुद्दे के ऊपर राजनीति करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा रावत ने पुलावामा हमले को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधा है।
शुक्रवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा, अयोध्या के बारे में मेरा वक्तव्य पहले भी आ चुका है कि अगर हमारी पार्टी सत्ता में आती है तो हम राम मंदिर बनाने का भरसक प्रयास करेंगे। मेरे इस द्रष्टिकोण को पार्टी का भी माना जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि केवल कांग्रेस पार्टी ने ही पूर्व में सत्ता में रहने के दौरान दो बार राम मंदिर बनाने के गंभीर प्रयास किये हैं और यह बात वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी उनके सामने स्वीकार की थी। हरीश रावत ने बीजेपी पर राम मंदिर मुददे को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया।
पुलवामा हमले को लेकर उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह (बीजेपी) केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही राष्ट्रवादी होने का तमगा दे रही है। उन्होंने कहा, ‘ऐसा क्यों है कि केवल प्रधानमंत्री मोदी ही राष्ट्रवादी हो सकते हैं। मुझे इस पर घोर आपत्ति है। भारत का हरेक व्यक्ति राष्ट्रवादी है। मैं भी राष्ट्रवादी हूं और आप भी राष्ट्रवादी हैं।’ रावत ने कहा कि सैनिकों की शहादत पर पूरा भारत एक साथ खड़ा है।
उत्तराखंड सरकार द्वारा पेश बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हरीश रावत ने कहा कि यह निराशाजनक है। उन्होंने कहा, ‘बजट में कुछ भी नया नहीं है और अगर कुछ है तो वह कुछ दीनदयाल उपाध्याय, कुछ नरेंद्र मोदी और कुछ पुराने प्रस्ताव हैं।’