उत्तराखंड विधानसभा का ऋतु खंडूड़ी को अध्यक्ष बना पर भाजपा आलाकमान ने एक तीर से कई शिकार किए हैं। राज्य के 21 साल के राजनीतिक इतिहास में पहली बार कोई महिला विधानसभा की अध्यक्ष बनी है और उनके गढ़वाली ब्राह्मण समुदाय के होने के कारण राज्य के ब्राह्मणों में भी एक अच्छा संदेश गया है।

इस तरह ऋतु खंडूड़ी को विधानसभा अध्यक्ष बनाकर भाजपा ने महिलाओं, पूर्व सैनिकों और ब्राह्मणों को साधने का काम किया है ऋतु खंडूड़ी उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री साफ-सुथरी छवि वाले नेता भुवन चंद्र खंडूड़ी की बेटी हैं और उनकी छवि भी अपने पिता की तरह साफ सुथरी है। वे मृदुभाषी, मिलनसार और सरल स्वभाव वाली महिला नेता हैं। सेवानिवृत्त फौजी अफसर की बेटी होने का भी ऋतु खंडूड़ी को फायदा मिलेगा। तभी विधानसभा अध्यक्ष होने के बाद उन्होंने कहा कि वे अपने पिता द्वारा दिए गए संस्कारों एवं उनके पद चिन्हों पर चलकर उत्तराखंड राज्य के विकास में अपना अहम योगदान देंगी।

ऋतु ने महिलाओं को संदेश देते हुए कहा कि यह गौरवपूर्ण क्षण उत्तराखंड की सभी महिलाओं के लिए है, जहां सदन के अध्यक्ष की जिम्मेदारी महिला को दी गई है। उत्तराखंड राज्य में महिला को दिया गया सम्मान पूरे देश के लिए प्रेरणा स्रोत का कार्य करेगा। उत्तराखंड राज्य के निर्माण में महिलाओं की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा प्रदेश सरकार द्वारा अनेक व्यावसायिक एवं घरेलू उद्योग के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाए जाने की दिशा में कई योजनाएं लागू की गई है। इन योजनाओं का लाभ प्रदेश की महिलाओं को अधिक से अधिक पहुंचें वे इस दिशा में कार्य करेंगी।

खंडूडी ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि राज्य निर्माण तथा देश की सीमाओं की रक्षा करने के लिए उत्तराखंड के युवाओं ने अपने प्राणों की आहुति दी है। वे युवा शहीदों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगी और शहीदों के सपनों के अनुरूप समृद्ध और प्रगतिशील उत्तराखंड बनाने के लिए वे संकल्पित हैं।

खंडूड़ी ने अपना एजंडा घोषित कर दिया हैसाथ ही उन्होंने सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए पक्ष एवं विपक्ष को साथ लेकर उत्तराखंड की जन भावनाओं के अनुरूप प्रदेश से जुड़े हुए विषय पर प्रमुखता से चर्चा के लिए सभी सदस्यों को समान मौका देने की बात कही है।