Uttarakhand News: धराली में आए सैलाब के बाद चारों ओर तबाही के निशान हैं। तमाम सरकारी एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं लेकिन बड़ी मुश्किल यह है कि मशीनों के साथ धराली तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है क्योंकि संपर्क मार्ग टूट गए हैं। इस सैलाब में कई मकान और होटल बह गए और अब चारों तरफ मलबा ही मलबा है। लगभग 70 लोग अभी भी लापता हैं और उनकी तलाश जारी है।

धराली में होटल चलाने वाले कारोबारी जय भगवान का 40 कमरों का होटल भी सैलाब के साथ बह गया। दिन में 1.40 पर जब जय भगवान नाग देवता के मेले के लिए स्थानीय मंदिर में थे तभी लोगों के चिल्लाने की आवाज आई।

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जय भगवान बताते हैं, “पास के गांव के लोग चिल्ला रहे थे, उन्होंने सीटी भी बजाई लेकिन हमें पता नहीं चला। तभी बहुत सारा कीचड़, पानी और पत्थर आया और इसके बाद धराली गांव तबाह हो गया। गांव के बाजार में जो मकान थी, वे भी बाढ़ में बह गए।”

घर तक पहुंच गया पानी

जय भगवान बताते हैं कि उनकी समझ में नहीं आया कि यह क्या हुआ। उन्होंने पास में ही स्थित अपने घर की ओर भागने की कोशिश की लेकिन 20 मिनट में पानी उनके घर तक पहुंच गया। इसके बाद वह पैदल हर्षिल की ओर चले गए। जय भगवान बताते हैं कि जब उन्होंने इस घटना के वीडियो देखे तो उन्हें अपना होटल बहता हुआ दिखाई दिया।

जय भगवान बताते हैं कि चार धाम यात्रा के दौरान उनका होटल पूरी तरह बुक होता है लेकिन इस मामले में किस्मत अच्छी थी कि जिस दिन यह तबाही हुई उस दिन बाजार में कम लोग थे, ज्यादातर होटल खाली थे और उनके होटल के कर्मचारी और मैनेजमेंट देखने वाला भतीजा भी वहां नहीं था।

रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे कर्मचारियों का कहना है कि 50 से 60 फीट कीचड़ जमा हुआ है और इसे हटाने में बहुत वक्त लगेगा।

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