Uttarakhand News: कई दिनों से हो रही लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण उत्तराखंड में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य में कई जगहों पर भूस्खलन के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। शुक्रवार शाम को नजंग के नजदीक भूस्खलन के कारण तवाघाट-लिपुलेख नैशनल हाईवे पर आवागमन बंद हो गया। यहां पर स्थानीय लोगों समेत 40 यात्री फंसे हुए हैं।

करीब 10 दिनों के बाद इस सड़क पर यातायात शुरू हुआ था लेकिन शुक्रवार शाम को लखनपुर और नजंग के बीच तम्पा मंदिर के पास पहाड़ी का बड़ा हिस्सा खिसककर रोड पर आ गिरा, जिसके बाद इस रूट पर आवागमन बाधित हो गया। सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा देखते ही देखते भरभराकर गिरने लगता है। पहाड़ी का हिस्सा दरकने से पूरा इलाका धूल के गुबार से भर गया और आसपास अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, इस दौरान किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।

वहीं, सड़क बाधित होने के कारण स्थानीय लोगों समेत 40 यात्री फंस गए हैं। वहीं, आसपास के गांवों का भी संपर्क कट गया है। जानकारी के मुताबिक, आदि कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गए करीब 50 श्रद्धालु बुंदी में फंसे हुए हैं।

भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी

बता दें कि उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में कई दिनों से भारी बारिश हो रही है। बागेश्वर, पिथौरागढ़, नैनीताल में अगले चौबीस घंटों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है जबकि कुछ इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने की आशंका भी जताई गई है।

राजस्‍थान के 400 तीर्थयात्री उत्तराखंड में फंसे

राजस्‍थान के 400 तीर्थयात्री उत्तराखंड में भूस्खलन के कारण फंसे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, सभी तीर्थयात्री सुरक्षित हैं। एक अधिकारी ने बताया कि गंगोत्री धाम से दर्शन करके लौट रहे राजस्थान के करीब 400 तीर्थयात्री उत्तरकाशी जिले में गबनानी के पास भूस्खलन के कारण फंस गए थे। उन्होंने बताया कि राजस्‍थान के अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन से बात कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचवाया और उनके रहने-खाने की व्यवस्था भी करवाई।