Ankita Murder Case: उत्तराखंड की अंकिता भंडारी की हत्या के बाद लोगों में भारी आक्रोश है। 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई थी क्योंकि उन्होंने होटल मालिक के कहने पर भी ग्राहकों को ‘खास सेवा’ देने से मना कर दिया था। हत्या के मुख्य आरोपी पुलकित आर्या की गिरफ्तारी के बाद पिछले हफ्ते उत्तराखंड भाजपा ने उनके पिता विनोद आर्या और बड़े भाई अंकित आर्या को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने अंकित को उत्तराखंड ओबीसी आयोग के उपाध्यक्ष पद से भी हटा दिया था।

भाजपा सरकार में राज्यमंत्री के पद पर रहे विनोद आर्या को कभी भी एक जन नेता नहीं माना जाता था, लेकिन उन्होंने अपने प्रभाव का उपयोग वरिष्ठ भाजपा नेताओं से निकटता हासिल करने के लिए किया। उत्तराखंड भाजपा में कई लोगों का मानना ​​है कि हरिद्वार के रहने वाले विनोद को मुख्य रूप से स्वदेशी आयुर्वेद में उनकी रुचि को देखते हुए पार्टी में शामिल किया गया था। बाद में, भाजपा सरकार ने विनोद को उत्तराखंड माटी बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में राज्य मंत्री के पद पर नियुक्त किया।

जन नेता नहीं रहे विनोद: उत्तराखंड के एक भाजपा नेता का कहना है, “विनोद कभी भी जन नेता नहीं थे और न ही पार्टी के लिए वोट लाए। विनोद आर्य क्षेत्र में स्वदेशी आयुर्वेद फर्म चलाने के लिए जाने जाते हैं और यही कारण है कि पार्टी में कई लोगों का मानना ​​​​था कि स्वदेशी टैग वाला व्यक्ति होना अच्छा होगा। एक बार पार्टी में आने के बाद उन्होंने अलग-अलग पदों पर दावेदारी ठोकनी शुरू कर दी। बैठकों में वह कहते थे कि वह एक वरिष्ठ नेता हैं और उन्हें उपयुक्त मान्यता दी जानी चाहिए। जिसके बाद उन्हें उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया।”

विनोद ने बाद में अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल अपने आयुर्वेद व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए किया। लक्ष्मण झूला क्षेत्र में पुलकित का रिज़ॉर्ट इसका एक उदाहरण है। विनोद के बड़े बेटे अंकित भी भाजपा में शामिल हुए और बाद में उन्हें राज्य ओबीसी आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया। राज्य के राजनीतिक हलकों में यह माना जाता है कि विनोद भगवा पार्टी में सिर्फ एक प्रतीकात्मक चेहरा थे।

विनोद आर्य का बेटा पुलकित है मुख्य आरोपी: अंकिता ने पिछले महीने ही पुलकित के रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी शुरू की थी। उत्तराखंड के लक्ष्मण झूला इलाके में स्थित रिजॉर्ट से लापता होने के छह दिन बाद 24 सितंबर को पुलिस ने अंकिता के शव को नहर से बरामद किया था। जिसके एक दिन बाद पुलिस ने रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्या को गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना है कि पुलकित ने एक विवाद के बाद अंकिता को नहर में धकेलने की बात कबूल की थी। रिजॉर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित नाम के एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है।