उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत पर उनकी हत्या कराने का सनसनीखेज आरोप लगा कर सूबे की राजनीति में तूफान खड़ा कर दिया है। भट्ट के बयान के बाद पूरे प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर भाजपाइयों ने हरीश रावत के पुतले फूंके। दूसरी ओर कांग्रेस के नेताओं ने भट्ट के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि भट्ट सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए उलटी-सीधी बयानबाजी कर रहे हैं।
कांग्रेसियों का कहना है कि दस मई को विधानसभा में हरीश रावत सरकार के बहुमत साबित करने और भाजपा को करारी हार मिलने से भट्ट अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं, इसलिए वे इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं ताकि जनता की सहानुभूति बटोरी जा सके। भट्ट ने मंगलवार (17 मई) को यहां आरोप लगाया कि सोमवार को रानीखेत में हरीश रावत ने अपने गुंडे भेज कर उनकी हत्या कराने की कोशिश की। कांगे्रस का एक नेता रिवाल्वर के साथ उनका विरोध कर रहे कांग्रेसियों की भीड़ में शामिल था।
मालूम हो कि भट्ट ने अपने विधानसभा क्षेत्र रानीखेत में जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में कांग्रेसी घुस आए थे और उन्होंने जमकर हंगामा किया था। इस वजह से भट्ट को यह बैठक बीच में खत्म करनी पड़ी और हंगामे के चलते अधिकारी बैठक से उठ कर चले गए। भट्ट ने कांग्रेसियों की इस हुड़दंग बाजी के खिलाफ रानीखेत में सड़क पर ही धरना शुरू कर दिया और कांग्रेसियों पर जमकर बरसे।
मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहकार रंजीत सिंह रावत ने कहा कि भट्ट को ऐसे बयान देने की आदत है। वे सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयान देते रहते हैं। उन्होंने कहा कि भट्ट को यह समझना चाहिए कि वे नेता प्रतिपक्ष भी हैं और सुरक्षाकर्मी उनके साथ हमेशा चलते हैं। कांग्रेस की प्रदेश सचिव बीना जोशी ने कहा कि अजय भट्ट मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।
मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि भट्ट को बेसिर-पैर की बयानबाजी करने की आदत है। अग्रवाल ने कहा कि पांच सौ करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी भाजपा रावत सरकार को सत्ता से हटा न सकी। इसीलिए भट्ट जैसे भाजपा नेता विक्षिप्त हो चुके हैं।